इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना: आधे लाभार्थी भी नहीं पहुंचे फोन लेने, कॉल कर बुला रहे मोबाइल लेने, मगर… नंबर आ रहे बंद
निरंजन चौधरी, जयपुर। राजधानी में फ्री स्मार्टफोन बांटने के लिए बनाए गए 6 सेंटर्स पर पुलिस सुरक्षा और सिविल डिफेन्स की टीम के बीच मोबाइल वितरित किए जा रहे हैं। इसके अलावा कई सेंटर्स पर तो युवा इंटर्नशिप वालों को लाभार्थियों के लिए फोन करने के लिए लगाया गया है, मगर जनाधार कार्ड में नंबर मिसमैच होने की वजह से भी लाभार्थियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसी कारण पिछले दो दिन में 400 स्मार्टफोन बंटने की बजाय 100 से 200 तक ही वितरित हो पाए हैं।
गौरतलब है कि जनाधार नंबर में जो महिला मुखिया का नंबर विभाग के पास है उनमें से अधिकतर नंबर बंद हैं, ऐसी स्थिति में लाभार्थियों तक मैसेज पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। 'सच बेधड़क' ने राजधानी के सभी 6 सेंटर्स पर शनिवार को विजिट किया, जहां कई जगहों पर कर्मचारी दिनभर लाभार्थियों के फोन लेने आने का इंतजार करते नजर आए।
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एक सेंटर पर सुरक्षा के लिए लगा रखे हैं पांच लोग
चौहान स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा के बीच फोन बांटे जा रहे हैं। यहां एंट्री गेट के पास दो महिला पुलिसकर्मी और एक पुलिस का जवान थाने का काम करते नजर आया। पता चला कि थाने में काम का लोड है शिविर में कागजों की पूर्ति की जा रही है। इसके बाद शिविर में दो और सिविल डिफें स के लोग मोर्चा संभाले नजर आए।
फोन में जन्म से मृत्यु तक का लेखा जोखा
लाभार्थियों को बांटे जा रहे स्मार्टफोन में सरकार की ओर से 4 एप्लिकेशन इंस्टाल किए जा रहे हैं। इनकी मदद से लाभार्थी जन्म प्रमाण पत्र से मृत्यु प्रमाण तक ऑनलाइन रख सकता है। फोन में जनाधार वॉलेट के अलावा जनसंपर्क एप, पहचान एप और जनसूचना पोर्टल इंस्टाल करके दिया जा रहा है। जहां लाभार्थी सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी के साथ उनका लाभ भी ले पाएं गे। इसके अलावा पहचान एप में परिवार के सभी सदस्यों के पहचान पत्र से लेकर जन्म प्रमाण पत्र और सभी प्रमुख दस्तावेज रख सकते हैं।
लाभार्थियों की जगह पूछताछ वालों की भीड़
'सच बेधड़क' की टीम ने वैशाली नगर सेंटर सहित सभी 6 सेंटर्स का विजिट किया। जहां अधिकतर जगह लाभार्थी महिलाओं की बजाय योजना के रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछने वालों की अधिक भीड़ मिली। इधर बनीपार्क पर सामान्य भीड़ नजर आई तो वहीं चौगान स्टेडियम में पुलिस के जवानों के साथ सिविल डिफें स की टीम के बीच में मोबाइल बांटे गए। मालवीय नगर में कर्मचारी लाभार्थियों के आने का इंतजार करते नजर आए। इधर राजापार्क और किशनपोल इलाके में लाभार्थी पंक्ति में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। अधिकतर जगह कर्मचारियों का कहना था कि लाभार्थी लोगों की तुलना में पूछताछ के लिए अधिक लोग आ रहे हैं।
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एक दिन में नहीं बंटे 100 भी मोबाइल
योजना में प्रतिदिन 200 लाभार्थियों को मोबाइल फोन बांटने का दावा किया गया था, मगर 'सच बेधड़क' ने जब हकीकत जानी तो आंकड़े चौंकाने वाले थे। राजधानी के अंदर सभी 6 कैं पों में एक भी कैं प ऐसा नहीं था जिसमें शुक्रवार को 100 से अधिक फोन बांट दिए गए हों। इधर फोन नहीं बांट पाने का एक बड़ा कारण लोगों के जनाधार कार्ड रजिस्ट्रेशन के नंबर का बंद होना माना जा रहा है, इसके कारण लोगों तक मैसेज ही नहीं पहुंच पा रहा है।
दो दिन में यहां इतने बंटे स्मार्टफोन
सेंटर शुक्रवार+ शनिवार कुल
किशनपोल 103+ 111=214
वैशाली नगर 56+ 151=207
बनीपार्क 20+ 104=124
राजापार्क 69 +75=144
चौगान स्टेडियम 20+65=85
मालवीय नगर 25+59=84
आधे लाभार्थियों को भी नहीं बंट पाए फोन
राजधानी में दो सेंटर ऐसे भी हैं जहां 400 लाभार्थियों को फोन करने के बावजूद चौथाई की संख्या में भी लाभार्थी नहीं पहुंचे। गौरतलब है कि शुक्रवार और शनिवार को चौगान स्टेडियम में 85 लाभार्थी और मालवीय नगर में 85 लाभार्थियों को फोन दिए गए। इसके अलावा बनीपार्क स्थित कैंप पर भी 124 लाभार्थियों को फोन दिए गए।
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वैशाली नगर कैंप पर फोन की सुविधा
वैशाली नगर स्थित कनिप पर लाभार्थियों को फोन लेने आने के लिए फोन किया जा रहा है। यहाँ इस काम के लिए युवा इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को लगाया गया है। ये छात्र प्रथम शिफ्ट ख़त्म होने के बाद दूसरी शिफ्ट में जो लाभार्थी नहीं आये हैं उनको फोन करते हैं। इसी का कारण है कि यहां पिछले दो दिन में दो सौ से अधिक स्मार्टफोन वितरित किये जा चुके हैं।
यूं बढ़ाई जा सकती है वितरण की गति
प्रतिदिन 200 लाभार्थियों को स्मार्टफोन फोन लेने के लिए कॉल और मैसेज किए जा रहे हैं, अगर सरकार की ओर से प्रतिदिन इस संख्या को दोगुना करके 400 लाभार्थियों को फोन किया जाए तो मान सकते हैं कि आधे लाभार्थी तो फोन लेने आएं गे। इस तरह सरकार का जो प्रतिदिन 200 स्मार्टफोन बांटने का लक्ष्य है वह पूरा हो जाएगा।