आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम, BJP व जन कल्याण पार्टी सीटों के बंटवारे पर राजी, लोस चुनाव में 17+6+2 का फॉर्मूला तय
Lok Sabha Elections: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अपने लिए 370 व राजग के लिए 400 सीटें हासिल करने लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी इसके लिए विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय दलों के साथ सीटों के बंटवारे पर समझौता कर रही है। साथ ही उनको राजग में भी शामिल कर रही है।
"17-6-2" का फॉर्मूला तय
इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश में भाजपा, तेलुगु देशम पाटर्टी (टीडीपी) और जन सेना पार्टी ने गठबंधन करने का फैसला किया है। सूत्रों ने बताया कि शनिवार को दूसरे दौर की बातचीत के बाद तीनों दलों ने गठबंधन पर मुहर लगा दी। उन्होंने कहा कि भाजपा और जन सेना मिलकर आंध प्रदेश में लगभग आठ लोकसभा और 30 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि टीडीपी, भाजपा और जेएसपी के बीच "17-6-2" का फॉर्मूला तय हो गया है। ज्ञात रहे कि आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे।
2018 तक राजग में शामिल थी टीडीपी
टीडीपी के एन चंद्रबाबू नायडू 2018 तक भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का अभिन्न अंग थे। लेकिन बाद में वे अलग हो गए। अब गठबंधन को फिर से मजबूत करने की संभावना तलाश रहे हैं। नई दिल्ली में सीटों के बंटवारे को लेकर हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो तीनों दलों ने सीट बंटवारे का फॉर्मूला तथ कर लिया है। अगले एक या दो दिनों में आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है।
विधानसभा चुनाव में की भाजपा व जेएसपी
को तीस सीटें संभव सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती चर्चा सौट बंटवारे की व्यवस्था के इर्द-गिर्द घूमती रही। आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों में से भाजपा और जेएसपी कवित तौर पर 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गए हैं। हालाकि जेएसपी अधिक सीटों की मांग कर रही है। इस बीच, टीडीपी ने साफ कर दिया है कि वह 145 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
एनडीए में विस्तार के प्रयास
भाजपा की एक अतिरिक्त लोकसभा सीट में है रुचि टीडीपी और जेएसपी के बीच बैठक के दौरान भाजपा की रुचि विज्ञाग, विजयवाड़ा, अराकू, राजमपेट, राजमुंदरी, तिरूपति और एक अतिरिक्त स्थान सहित प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों को सुरक्षित करने में रही। आगामी लोकसभा चुनावों में 370 सीटें जीतने के भाजपा के महत्वाकांक्षी लक्ष्य ने सफलता हासिल करने के लिए क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन को महत्वपूर्ण मानते हुए एनडीए के विस्तार के प्रयासों को प्रेरित किया है। ज्ञात रहे कि आंध्र प्रदेश के अलावा भाजपा, ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन परावक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल (बीजेडी) के साथ भी चुनाबी समझौते पर विचार कर रही है।