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Motivational Story: जुनून हो तो उम्र नही रखती मायने….42 साल की उम्र में बालोतरा की सुरभि ने आंगनबाड़ी सुपरवाइजर में किया राज्य टॉप

02:59 PM Sep 23, 2024 IST | Ravi kumar

Motivational News: अगर किसी काम को जुनून से किया जाए तो सफलता कदम खुद-ब-खुद चूम लेती हैं. इसी बात को चरितार्थ कर दिखाया है 42 साल की सुरभि गौड़ ने. सुरभि गौड़ ने 42 साल की उम्र में आंगनवाड़ी सुपरवाइजर परीक्षा में स्टेट में टॉप कर इतिहास रच दिया है. अपने 17 साल के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नोकरी करते हुए सुरभि को सुपरवाइजर के पद पर खुद के चयन का आत्मविश्वास जगा और दो बार की असफलता के बाद आखिरकार उसने इतिहास रच दिया है. बाड़मेर में सुरभि का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें उसने अपने सफलता के सफर को लोगो के बीच साझा किया है. बालोतरा जिले के हाउसिंग बोर्ड के 2 नंबर सेक्टर में रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुरभि गौड़ के महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा 2024 में प्रदेश में प्रथम रैंक हासिल की खबर से उसके घर मे खुशी का माहौल है.

वह बताती है कि उसकी सास ने सपना देखा था कि बहु आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बनकर ना रहे वह सुपरवाइजर पद को हासिल करे और उसने वह कर दिखाया है. सुरभि गौड़ 17 साल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के तौर पर सेवाएं दे रही हैं. वर्तमान में वह माजीवाला के आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत है. सुरभि ने बताया कि वह एमए, बीएड है. 17 साल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के तौर पर सेवाएं देने के साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की भी तैयारी कर रही थी.

22 जून को आयोजित हुई महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर उन्होंने घर पर ही तैयारी की. परीक्षा से पहले तीन माह तक ऑनलाइन क्लासेज ली और इसके बाद सेल्फ स्टडी की. उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को लेकर उनके पति संदीप गौड़, बच्चों व परिजनों का पूरा सहयोग रहा है जिसकी बदौलत ही 42 साल की उम्र के बावजूद राज्य टॉप किया है.

आंगनबाड़ी में नौकरी के साथ साथ उनके दो बच्चों की देखभाल के साथ पूरे घर का कामकाज भी संभालना पड़ता था. घर के काम के साथ साथ ही पढ़ाई जारी रखी. लगातार नियमित पढ़ाई करने की वजह से पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा में प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल कर पाई है. इससे पहले उन्होंने दो बार रीट परीक्षा का भी एग्जाम दिया था लेकिन उन्हें सफलता नही मिली है.

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