सीकर जिले के खाटूश्याम के दरबार में पहली बार पहुंचे राज्यपाल बागड़े, इसके बाद इस कार्यक्रम में किसानों के लिए कहीं इतनी बड़ी बात, जिससे हर किसान खुश…
जयपुर. राजस्थान प्रदेश के राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने सीकर जिले की विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम की नगरी में पहुंचकर बाबा श्याम के दर्शन उसके बाद कृषि शिविर में शिरकत कर किसानों के लिए कहि बड़ी बात…
राज्यपाल ने किए बाबा श्याम के दर्शन
राजस्थान प्रदेश के राज्यपाल बनने के बाद पहली बार हरिभाऊ किशनराव बागड़े आज सुबह 11 बजे खाटूधाम पंहुचे जहां उन्होंने सबसे पहले हारे के सहारे बाबा श्याम के दर्शन कर प्रदेश में खुशहाली की मंगल कामना की. श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने राज्यपाल बागड़े को बाबा श्याम की विधिवत रूप से पूजा- अर्चना करवाई. उसके बाद राज्यपाल कमेटी कार्यालय पंहुचे जहां कमेटी अध्यक्ष प्रताप सिंह ने उनको श्यमा दुपट्टा ओढ़ाया और चांदि का निशान व बाबा श्याम की तस्वीर भेंटकर स्वागत किया. इस अवसर पर श्री श्याम मंदिर कमेटी के व्यवस्थापक संतोष शर्मा, विकास शर्मा, रोहित व मनीष शर्मा भी मौजूद रहे.
राज्यपाल ने कृषि शिविर में की शिरकत
दर्शन के बाद राज्यपाल कस्बे की वृंदावनधाम धर्मशाला में चल रहे तीन दिवसीय सुभाष पालेकर कृषि शिविर में पंहुचे. जहां बजाज फाउंडेशन के जमनालाल कानीराम बजाज ट्रस्ट की ओर से राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े का शोल ओढ़ाकर व महात्मा गांधी के मूर्ती का प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया. राज्यपाल ने शिविर में मौजूद 13 प्रदेशों से आए हजारों किसानों को संबोधित भी किया. इस अवसर पर राजस्थान सरकार के किसान आयोग अध्यक्ष सीआर चौधरी भी मौजूद रहे. राज्यपाल के खाटू पंहुचने पर सीकर कलेक्टर मुकूल शर्मा, एसपी भुवन भुषण यादव, दांतारामगढ़ एसडीएम दिव्या चौधरी, एएसपी गजेंद्र सिंह जोधा, तहसिलदार महिपाल सिंह, डिप्टी संजय बोथरा, थानाप्रभारी राजाराम लेघा ने अगवानी की.
राज्यपाल ने मंच को किया संबोधित
शिविर को संबोधित करते हुए राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि 2004 में अटल बिहारी वाजपेई ने स्वामीनाथन कमेटी गठित की थी इसके पहले अध्यक्ष सोमपाल शास्त्री थे. इनके नेतृत्व में कमेटी बनी. 2004 में देश के चुनाव हुए, चुनाव में सरकार का भदर हो गया. जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने उन्होंने सोनपाल शास्त्री को हटाकर स्वामीनाथन को वह दायित्व दिया लेकिन उन्होंने कहा था की एक एकड़ में केवल 13 किलो जितना ही रासायनिक खाद डालो पर आज मैं देखता हूं कि 13 किलो नहीं बल्कि अब तो 200 300 किलो खाद डालते हैं. चिड़ियों का खाद्य फसल पर लगे कीड़े होते हैं.
एक लाख करोड़ रुपयों का खर्चा होगा
किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान के लोग भाग्यशाली हैं की किसान व्यक्ति राज्यपाल के रूप में आए हैं. किसानों के बीच जब भी कोई मौका मिलता है तब राज्यपाल जाते हैं. अब जो समय आया है उसमें क्वालिटी देखेंगे पानी शुद्ध और आवश्यकता अनुरूप होना चाहिए भारत सरकार के दो कृषि योजनाएं दी है जिसमे एक लाख करोड़ रुपयों का खर्चा होगा. पहले योजना खाद्य सुरक्षा और दूसरी कृषि उन्नति नाम से है.