'अलविदा…' सक्रिय राजनीति से कद्दावर नेता हेमाराम चौधरी का सन्यास, युवाओं को जगह देने की अपील
Rajasthan Assembly Election 2023: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और और राजस्थान सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने राजनीति से रिटायरमेंट ले लिया है। मतलब अबकि बार हेमाराम चौधरी चुनाव नहीं लड़ेगे। उन्होने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर अपनी जगह किसी युवा नेता को टिकट देने की मांग की है। बता दें कि इससे पहले कई बार सार्वजनिक मंच से चौधरी इसका ऐलान कर चुके हैं। हेमाराम चौधरी ने यह लेटर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर X पर शेयर किया।
पत्र में लिखा- सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा
हेमाराम चौधरी ने गुरुवार को पत्र लिखकर पार्टी को अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा- पार्टी ने मुझे छह मौके दिए और अब मैं जीवन के ऐसे पड़ाव पर हूं जहां सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा। उन्होंने लिखा है कि युवाओं को राजनीति में आने के लिए जगह देना वरिष्ठ नेता का कर्तव्य है।
वरिष्ठ नेताओं को दी सलाह
मेरा अपना मानना है कि प्रत्येक उम्रदराज और वरिष्ठ नेता की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह युवा नेताओं को प्रेरित करें, उन्हें राजनीति में स्थान दे, और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दे। अगर इस एहसास के बावजूद मैं चुनाव लड़ना जारी रखता हूं तो यह राजस्थान की जनता और कांग्रेस पार्टी के साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा। चिट्ठी में लिखा कि आगामी चुनाव में मैं प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा लूंगा।
पहले भी कर चुके है घोषणा
बाड़मेर में गुड़ामालानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाल ही आयोजिक विशाल सम्मेलन के दौरान भी चौधरी ने चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया था । इस कार्यक्रम में 115 ग्राम पंचायतों के हजारों कार्यकर्ता पहुंचे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में हेमाराम को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है। लेकिन मंत्री हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।
पहले भी मना कर चुके है हेमाराम
वन मंत्री हेमराम चौधरी ने इससे पहले भी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की अपनी इच्छा जाहिर की थी। हेमाराम बाड़मेर के गुडामालानी से 6 बार विधायक रह चुके हैं। हेमाराम अभी 75 साल के हैं और एक लंबे अरसे से वह चुनावी राजनीति में है।