For the best experience, open
https://m.sachbedhadak.com
on your mobile browser.

संजीवनी घोटाला : 'मुझे फंसाने के लिए लाखों-करोड़ों खर्च किए...', पिछली सरकार पर शेखावत ने साधा निशाना

Lok Sabha Election 2024 : केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उनके खिलाफ इस चुनाव में कई झूठ प्रचारित करने का प्रयास किया गया। इमसें सांसद फंड, विकास और बाद में संजीवनी, यह बुझे हुए कारतूस हैं।
10:36 AM Apr 25, 2024 IST | BHUP SINGH
संजीवनी घोटाला    मुझे फंसाने के लिए लाखों करोड़ों खर्च किए      पिछली सरकार पर शेखावत ने साधा निशाना

जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उनके खिलाफ इस चुनाव में कई झूठ प्रचारित करने का प्रयास किया गया। इमसें सांसद फंड, विकास और बाद में संजीवनी, यह बुझे हुए कारतूस हैं। इसके इस्तेमाल से कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि मैंने कोई पाप नहीं किया था। बुधवार को भाजपा के मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शेखावत ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि संजीवनी मामले में सरकार ने अपने पूरे संसाधनों का उपयोग किया।

Advertisement

लाखों-करोड़ों रुपये सिर्फ इसलिए खर्च किए कि मुझे फंसाया जा सके, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जब सरकार के मुखिया कुछ हासिल नहीं कर सके तो (करण सिंह का नाम लिए बगैर) उनकी अर्नगल बातों से कुछ फर्क नहीं पड़ेगा। जनता सब जानती है।

यह खबर भी पढ़ें:-चुनाव से पहले बाहर आया फोन टैपिंग का ‘जिन्न’, शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप

कांग्रेस की नीति होती तो सबसे पहले हर काम अल्पसंख्यकों के

शेखावत ने कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा के बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिका में व्यक्ति की मौत के बाद उसकी संपत्ति पूरे परिवार को नहीं मिलती है, सरकार के पास बड़ा हिस्सा जाता है, जो गरीबों के काम आता है, पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पित्रोदा मनमोहन सरकार के सलाहकार रहे हैं।

इस बयान को 2006 में मनमोहन सिंह के बयान से जोड़कर देखिए जो समझ आता है कि जो इस तरह की संपत्ति होगी, उन पर पहला अधिकार मुसलमानों का होगा। घुसपैठियों को भी भारत की संपत्ति बांटने की बात है। यह दुर्भागय की स्थिति है। कांग्रेस की नीति होती तो सबसे पहले हर काम अल्पसंख्यकों के लिए पहले होते, उसके बाद गरीब का नंबर आता।

कम मतदान से भाजपा को नुकसान सिर्फ भ्रम

शेखावत ने कहा कि यह बीते जमाने की बात हो गई, जब यह धारणा होती थी कि कम मतदान से भाजपा को नुकसान होगा। पिछले सालों से हमारी सरकारें कई जगह बन रही हैं, केंद्र में बनी है। ऐसे में कम मतदान से कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन यह चिंता का विषय है कि मतदान कम क्यों हुआ? इसके लिए चुनाव आयोग, सभी राजनीतिक दल और सामान्य लोगों को सोचना होगा, कहां कमी रह गई , क्योंकि प्रयास अधिक से अधिक मतदान का होना चाहिए।

यह खबर भी पढ़ें:-भाटी के लंदन दौरे पर उठे सवाल से सियासत हुई तेज, कैलाश चौधरी बोले-‘भगवान करें ये बात सही ना निकले’

मेरी जीत का अंतर इस बार अधिक होगा

शेखावत से पूछा गया कि क्या इस बार का चुनाव थोड़ा टफ है? इस पर शेखावत ने कहा कि पिछले चुनाव में अशोक गहलोत के पुत्र से मुकाबला था। हमारी प्रदेश में सरकार नहीं थी। हमारे लोकसभा क्षेत्र के अधिकांश भाजपा विधायक चुनाव हार चुके थे। पूरी सरकार वैभव गहलोत के लिए काम कर रही थी। परिस्थितियां प्रतिकूल थीं, लेकिन फिर भी जनता ने मोदीजी को मजबूत करने के लिए मुझे जीताया था। इस बार उससे कहीं आसान चुनाव है, जीत का अंतर भी पिछली जीत से अधिक होगा।

.