MSP अध्यादेश पर अड़े अन्नदाता, अब 500 ट्रैक्टर के साथ जयपुर से दिल्ली जाएंगे किसान
जयपुर/नई दिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाए जाने समेत तमाम अन्य मुद्दों को लेकर किसान संगठनों का आंदोलन रविवार को छठे दिन भी जारी रहा। पंजाब हरियाणा से दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर रोक दिया गया है। जहां किसान अगले 6 महीने का राशन-पानी लेकर डेरा डाले हुए हैं। दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हजारों किसानों का हरियाणा और पंजाब की सीमा पर जवानों से आमना-सामना हो रहा है।
उधर, हरियाणा के साथ ही पंजाब के कई हिस्सों में इंटरनेट पर लगी रोक को 24 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। इस बीच आंदोलन कर रहे खनौरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी से जुड़े मंजीत सिंह कांगथला गांव के रहने वाले थे और किसान आंदोलन में हिस्सा ले रहे थे। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। इससे पहले हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर एक और किसान की जान गई थी। वह गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे।
उधर, केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच रविवार शाम को चंडीगढ़ में चौथे दौर की बातचीत शुरू हुई। केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी बैठक में शामिल हुए। इससे पहले भी किसानों और सरकार के बीच तीन दौर की बैठक हो चुकी है। हालांकि इन बैठकों में सहमति नहीं बन सकी है।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि अगर सरकार के साथ चौथे चरण की बातचीत सफल नहीं रहती है तो सोमवार से फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा। दिल्ली के किसानों को आंदोलन से जोड़ने की भी कोशिश शुरू कर दी है। उधर, बीकेयू ने घोषणा की है कि 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। किसान अपने ट्रैक्टर दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्गों पर पार्क करेंगे।
जयपुर में 500 ट्रैक्टर के साथ जुटेंगे हजारों किसान
दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन की आंच अब जयपुर तक पहुंच चुकी है। संगठनों ने किसानों से 21 फरवरी को ट्रैक्टर से जयपुर पहुंचने की अपील की है। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर अपनी मांगे बताई है। इन्हीं मांगों को लेकर किसान महापंचायत ने बूंदी में हुई अपनी बैठक में निर्णय लिया है कि 21 जनवरी को किसान 500 ट्रैक्टर के साथ जयपुर पहुंचेंगे और यहां से दिल्ली के लिए कूच करेंगे।