बिजली चोरी पकड़ने गई टीम पर हमला, एईएन सहित कई कर्मचारी घायल, 6 सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़
अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में बिजली चोरी की जांच करने गई टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। साथ ही बिजली कर्मचारियों पर पथराव किया और दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा। ग्रामीणों के हमले में एईएन सहित कई बिजली निगम के कई कर्मचारी घायल हो गए। ग्रामीणों ने सरकारी वाहनों में भी जमकर तोड़फोड़ की और 6 सरकारी वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिए। इस मामले में बिजली निगम के अधिकारियों ने राजगढ़ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक एक्सईएन देवेंद्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में बुधवार तड़के राजगढ़, टहला, राजगढ़ ग्रामीण और धमरेड़ बिजली निगम की टीम राजगढ़ थाना क्षेत्र के छतरी का बास में बिजली चोरों पर कार्रवाई करने के लिए पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों ने लाठी-पत्थरों से टीम पर हमला बोल दिया और सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। कर्मचारी और अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए मौके से भाग गए। लेकिन, सतर्कता दल ने चार हस्तनिर्मित अवैध ट्रांसफॉर्मर (डिम्मे) व कैपीसीटर जप्त किए। ग्रामीणों ने जब्त किए गए सामान को छुड़ाने का भी प्रयास किया। लेकिन, सफलता हाथ नहीं लगी।
एक्सईएन देवेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि धमरेड़-अनावड़ा सड़क मार्ग स्थित छतरी का बास में लगातार बिजली चोरी की शिकायत मिल रही थी। बिजली चोरों पर कार्रवाई के लिए निगम की संयुक्त टीम तैयार की गई। जिसमें राजगढ़, टहला, राजगढ़ ग्रामीण और धमरेड़ के अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे। बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे निगम के दस्ते में शामिल करीब 35 कर्मचारी-अधिकारी छतरी का बास पहुंचे। सतर्कता दल के मौके पर पहुंचते ही बिजली चोरों में खलबली मच गई।
उन्होंने बताया कि टीम को मौके पर बीजली चोरी पाई गई। जब टीम ने वीसीआर भरने की कार्रवाई शुरु की तो मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने हमला कर दिया। लेकिन, निगम के कर्मचारी मौके पर डटे रहे और चार अवैध डिम्मे व कैपीसीटर जब्त किए। भीड़ ने जब्त किए गए सामान को भी छुड़ाने का प्रयास किया। इस दौरान 3 वीसीआई भरी गई। कुछ ही देर में गुस्साए ग्रामीणों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और 6 सरकारी गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे तभी ग्रामीणों ने लाठियों से हमला कर दिया। जिससे एक्सईएन सहित कई कर्मचारी घायल हो गए। इससे बाद सतर्कता दल के सभी सदस्य राजगढ़ पुलिस थाने पहुंचे। जहां आरोपियों के विरुद्ध टीम से मारपीट, सरकारी गाड़ियों को क्षतिगस्त करने और राजकाज में बाधा डालने सहित बिजली चोरी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है। राजगढ़ थानाधिकारी ने बताया कि बिजली निगम अधिकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।