तुर्की और सीरिया में भूकंप से भीषण तबाही, मौत का आंकड़ा 12,000 के पार
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप से भीषण तबाही मची है। इस आपदा में मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब तक 12,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे के नीचे अभी भी हजारों लोगों के दबे होने की आशंका है। तुर्की और सीरिया के अस्पताल घायलों से पटे पड़े हैं और अस्पतालों में लोगों को जगह नहीं मिल रही है। हजारों लोग अभी भी लापता हैं।
प्रशासन द्वारा लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। तुर्की में सोमवार को जो पहला भूकंप आया, वह बेहद शक्तिशाली था। रिक्टर पैमाने पर उसकी तीव्रता 7.8 थी। उसके बाद से तुर्की की धरती भूकंप की वजह से कई बार कांप चुकी है। सोमवार तड़के सवा 4 बजे के बाद से लेकर अब तक तुर्की की धरती 550 से ज्यादा बार कांपी है और यहां पांच भूकंप आ चुके हैं। भारत समेत 70 देशों ने तुर्की के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।
झुके रहेंगे 30 देशों के झंडे
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप ने अब तक 11,700 से अधिक लोगों की जान ले ली है। इस गम में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सभी 30 सदस्य देशों ने अपने झंडों को झुकाने का फैसला किया है। ब्रसेल्स में नाटो के मुख्यालय में भी झंडे आधे झुके रहे। वहीं, भारत ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं।
भारतीय वायु सेना और एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंच चु्रकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। नाटो ने ट्वीट कर कहा, “20 से अधिक नाटो देशों के 1400 से अधिक कर्मी तुर्की में तैनात हैं। वे विनाशकारी भूकंपों के बाद वहां राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।”
तुर्की 10 फीट खिसका
एक्सपर्ट्स का कहना है कि शक्तिशाली भूकंप की वजह से तुर्की 10 फीट तक खिसक गया है। इटली के भूकंप विज्ञानी डॉ कार्लो डोग्लियोनी का कहना है कि सीरिया की तुलना में तुर्की की टेक्टोनिक प्लेट्स पांच से छह मीटर तक खिसक सकती हैं। वहीं राष्ट्रपति अर्दोगन ने देश के दस प्रांतों में 3 महीने के लिए इमरजेंसी लगाई है। स्कूलों को 13 फरवरी तक के लिए बंद किया गया है।
मदद के लिए आगे आया भारत
इस भीषण आपदा के बीच तुर्की और सीरिया की मदद के लिए भारत दिल खोलकर आगे आया है। भूकंप पीड़ितों को आपातकालीन राहत पहुंचाने के लिए 99 सदस्यों की मेडिकल टीम के साथ भारत का एक अन्य विमान (करीब 6 टन राहत सामग्री और दवाएं लेकर) सीरिया के लिए रवाना हो चुका है। भारत ने तुर्की के लिए भी ऐसा ही एक विमान भेजा है।