पीएम मोदी पर सीएम गहलोत का पलटवार, कहा PM चाहें तो मैं भेज सकता हूं बजट की कॉपी
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके तरफ से पेश बजट समाज के सभी वर्गों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है। सीएम गहलोत ने सोमवार को कहा कि मैं बजट की प्रति प्रधानमंत्री को भेज सकता हूं और वे इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भेज सकते हैं। उन्हें पता चलेगा कि हमारा बजट एक मॉडल बजट के रूप में है। हमने जो बजट पेश किया है, वह देश में ‘मॉडल बजट’ बन सकता है।
हमने सभी वर्गों, सभी परिवारों का ध्यान रखा है। मैं दावा कर सकता हूं कि ऐसा बजट बनना दुर्लभ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रविवार को दौसा में हुई जनसभा के दौरान कांग्रेस पर किए गए कटाक्ष पर गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री को उस विकास के बारे में भी बात करनी चाहिए, जो आजादी के बाद देश में हुआ है। देश में जो भी विकास हुआ है, वह सिर्फ पूर्व की कांग्रेस सरकारों के कारण हुआ है।
सीएम गहलोत ने कहा कि सभी नेताओं के प्रयास से पार्टी को राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों की ‘गोलबंदी’ के आगामी चुनावों पर असर के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी एकजुट हैं और एकता के साथ चुनाव में उतरेंगे।
भाजपा की घोषणाएं रेवड़ियां नहीं होती?
सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी बंटी हुई है। भाजपा बिखराव का सामना कर रही है। देश में कोई दूसरा राज्य नहीं है, जहां भाजपा मेंं इतना बड़ा बिखराव हो। बजट घोषणाओं को ‘रेवड़ियां’ कहने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या जब भाजपा सरकारें ऐसी घोषणाएं करती हैं तो वह ‘रेवाड़ियां’ नहीं होतीं? लेकिन जब उनकी सरकार ने लोगों को महंगाई से राहत देने की घोषणाएं की हैं, तो उन्हें रेवड़ियां बताकर मजाक उड़ा रहे हैं।
बता दें, गहलोत ने गत शुक्रवार को आगामी वित्त वर्ष के बजट में समाज के गरीब तबके के लिए बड़ी घोषणाएं करते हुए उसे 500 रुपए में गैस सिलेंडर व हर महीने ‘फूड किट’ देने, 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी।
क्या कहा था मोदी ने
मुख्यमंत्री गहलोत के बजट भाषण के दौरान कुछ अंश पिछले साल के बजट से पढ़े जाने की घटना की ओर इशारा करते हुए रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने दौसा में एक जनसभा में कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष किया था। मोदी ने कहा था कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस के पास न विजन है और ना ही उसकी बातों में कोई वजन है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के लिए बजट और घोषणाएं होती ही कागजों में लिखने के लिए हैं। योजनाएं और कार्यक्रमों को जमीन पर लागू करने में कांग्रेस का कोई इरादा नहीं होता है।