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राजस्थान की सियासत में बड़ा फेरबदल, सतीश पूनिया की जगह चित्तौड़गढ़ सासंद सीपी जोशी को नियुक्त किया गया प्रदेश अध्यक्ष

05:30 PM Mar 23, 2023 IST | Jyoti sharma
राजस्थान की सियासत में बड़ा फेरबदल  सतीश पूनिया की जगह चित्तौड़गढ़ सासंद सीपी जोशी को नियुक्त किया गया प्रदेश अध्यक्ष

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राजस्थान की सियासत में बड़ा फेरबदल कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सतीश पूनिया की जगह चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके अलावा भाजपा ने दिल्ली , बिहार, ओडिशा के प्रदेश अध्यक्षों की भी नियुक्ति की है। दिल्ली में वीरेंद्र सचदेव को, ओडिशा में मनमोहन सामल को, बिहार में सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

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राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चर्चाएं चल रही थी। बीच में कई खबरें तो ऐसे भी आई थी जिसमें कहा गया था कि सतीश पूनिया का प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल आगे बढ़ाया जा सकता है लेकिन आज जेपी नड्डा की जारी हुए इस लेटर से इन सारी अटकलों पर विराम लग गया है। सतीश पूनिया की जगह चंद्र प्रकाश जोशी यानी सीपी जोशी राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालेंगे।

21 मार्च को दिल्ली में पूनिया की मौजूदगी में सांसदों की हुई ती बैठक

चर्चा है कि बीते मंगलवार 21 मार्च को दिल्ली में राजस्थान के भाजपा सांसदों की जो बैठक हुई थी। जिसमें प्रदेश के संगठनात्मक कार्य योजना की समीक्षा मिशन 2023 और 2024 संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इसमें ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर भी चर्चा हुई। जिसमें सीपी जोशी को प्रदेश की कमान संभालने का विचार विमर्श किया गया। हालांकि इसकी पुष्टि तो नहीं हुई है लेकिन अचानक हुई इस फैसले ने इस बात को धार दे दी है।

अब सतीश पूनिया का क्या ?

इसके बाद अब राजनीतिक गलियारों में इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है कि अब सतीश पूनिया का क्या होगा? यानी सतीश पूनिया को कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी? भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर अब उन्हें किस पद की कमान दी जाएगी? क्या राजस्थान विधानसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाने वाली है या फिर उन्हें या फिर उन्हें चुनाव का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी, अब देखना यह है कि आखिर केंद्रीय नेतृत्व अब पूनिया के लिए कौन सी नई राह तय करेगा?

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