होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

चीन ने बनाई ‘ड्रीम बुलेट’, 8529 किमी प्रति घंटे की रफ्तार उड़ा देगी होश

चीन ने अमेरिकी नौसेना का मुकाबला करने के लिए एक ड्रीम बुलेट बनाई है। यह ड्रीम बुलेट 8 हजार 529 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है।
11:14 AM Jan 25, 2024 IST | Anil Prajapat
Chinese Dream Bullet

Chinese Dream Bullet : बीजिंग। चीन ने अमेरिकी नौसेना का मुकाबला करने के लिए एक ड्रीम बुलेट बनाई है। यह ड्रीम बुलेट 8 हजार 529 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत फायर करने के बाद लक्ष्य को बदलने की है। 

यह बुलेट चीनी नौसेना के युद्धपोत पर लगे रेलगन से फायर किए जाने के बाद सेटनैव के साथ दिशा बदलने में सक्षम है। यह बुलेट एक सेकंड में 8200 फीट की दूरी तय कर सकती है। यह विनाशकारी हथियार अपने सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम से सिग्नल प्राप्त कर सकती है और लगातार अपने उड़ान पथ को अपडेट कर सकती है।

चीनी नौसेना को मिलने में लगेगा टाइम 

साउथ चाइना मॉर्नगिं पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस ड्रीम शेल को चीनी नौसेना के वैज्ञानिकों ने बनाया है। इस ड्रीम बुलेट के बारे में बहुत कम जानकारी मौजूद है। अभी तक यह भी पता नहीं चल सका है कि क्या चीनी नौसेना इस हथियार का इस्तेमाल करेगी। अगर हां, तो यह हथियार चीनी नौसेना में कब तक परिचालन की अवस्था में आ जाएगा।

वैज्ञानिकों ने तारीफ की

टीम ने कहा कि भले ही पश्चिम ने अनुसंधान में बढ़त हासिल कर ली हो, लेकिन उन्हेंविदेशों से कोई मदद नहीं मिली। टीम ने लिखा कि हमारे पास कोई गाइडेंस नहीं था, यहां तक कि गाइडेड मिसाइल नेविगेशन सिस्टम, विशेष रूप से उपग्रह नेविगेशन घटक की भी जानकारी नहीं थी।

अमेरिका की कॉपी है चीनी ड्रीम बुलेट? 

इसका सबसे बड़ा फायदा लक्ष्य को साधने में होता है। इस ड्रीम बुलेट की सीईपी मात्र 49 फीट है। यह किसी भी प्रोजेक्टाइल के अपने लक्ष्य को साधने में होने वाली ट्रुटि का परिमाण है। लेकिन, चीन का यह नया हथियार अमेरिकी सेना के पिछले डिजाइनों पर आधारित है। अमेरिका में भी इसे ड्रीम शेल क रूप में जाना जाता है। इसके निर्माण की प्रारंभिक योजना 2012 में पेश की गई थी, लेकिन अमेरिकी सेना ने इसे 2021 तक छोड़ दिया था। 

Next Article