जल्द ही धरातल पर उतरेगी मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, 21 लाख पशुओं को होगा फायदा, 400 करोड़ रुपये होंगे खर्च
जयपुर। पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने को सचिवालय भवन में पशुपालन मंगला बीमा पशु योजना की गाइडलाईन के संबंध में पशुपालन और राज्य बीमा भविष्य निधि विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पशुपालन मंत्री ने कहा कि अभी दुर्घटना में मृत पशुओं के लिए पशुपालकों को कोई मुआवजा नहीं मिलता है।
मंगला पशु बीमा योजना ऐसे पशुपालकों के लिए आर्थिक संबल बनेगी। उन्होंने जल्द से जल्द इसकी गाइडलाईन तैयार कर इसे अमली जामा पहनाने के निर्देश दिए जिससे इस घोषणा का उद्देश्य पूरा हो सके।
उन्होंने कहा कि बीमा का लाभ सभी पशुपालकों को मिले इसके लिए सभी जनाधार कार्ड धारक पशुपालक बीमा में आवेदन करने के पात्र होंगे। बीमा का लाभ दिलाने के लिए बीमा विभाग द्वारा एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जाकर उस पर पशुपालकों से आवेदन मंगवाए जाएंगे। प्राप्त आवेदनों के आधार पर बीमा हेतु पशुपालकों का चयन लॉटरी द्वारा किया जाएगा।
21 लाख पशुओं का बीमा करने का लक्ष्य
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा में मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की घोषणा की थी। इस योजना में सरकार ने 400 करोड़ रुपये खर्च करके 21 लाख पशुओं का बीमा करने का लक्ष्य रखा है। योजना के अंतर्गत 5-5 लाख दुधारु गाय, भैस, बकरी तथा भेड़ और एक लाख ऊंटनी का बीमा किया जाएगा।
प्रत्येक परिवार से एक पशु का बीमा किया जाएगा। इसमें पशुपालकों को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा यह पूरी तरह से निःशुल्क है।इसके अलावा दुधारु पशुओं की किसी भी प्राकृतिक या आकस्मिक दुर्घटना जैसे आग लगने, सड़क दुर्घटना, आकाशीय बिजली गिरने, जहरीला घास खाने या कीड़ा काटने, किसी बीमारी आदि में मृत्यु होने पर बीमा का क्लेम मिलेगा।