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CS उषा शर्मा को मिला 6 महीने का एक्सटेंशन, अगली सरकार तक बनी रहेंगी ब्यूरोक्रेसी की मुखिया

नई सरकार के गठन तक उषा शर्मा ही राज्य की मुख्य सचिव रहेंगी। शर्मा के कार्यकाल में 6 माह की बढ़ोतरी की गई हैं।
07:03 AM Jun 30, 2023 IST | Anil Prajapat
cs उषा शर्मा को मिला 6 महीने का एक्सटेंशन  अगली सरकार तक बनी रहेंगी ब्यूरोक्रेसी की मुखिया
CS Usha Sharma

Rajasthan Chief Secretary : जयपुर। नई सरकार के गठन तक उषा शर्मा ही राज्य की मुख्य सचिव रहेंगी। शर्मा के कार्यकाल में 6 माह की बढ़ोतरी की गई हैं। अब उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 तक रहेगा। इसी के साथ राज्य के नए मुख्य सचिव के लिए नामों को लेकर चल रही अटकलों पर भी विराम लग गया है। उषा शर्मा 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाली थीं। इस बीच केन्द्र ने राज्य सरकार के उषा शर्मा के कार्यकाल को 6 माह को बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए आदेश आज जारी कर दिए।

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उषा शर्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा की दूसरी महिला वरिष्ठ अधिकारी हैं, जो यहां मुख्य सचिव के पद पर आसीन हुईं। उन्होंने एक फरवरी, 2022 को प्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। इससे पहले वह दस साल तक केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर रही थीं। उनकी दिल्ली की अफसरशाही में अच्छी गुडविल मानी जाती है। यही कारण रहा कि वे केन्द्र और राज्य की गहलोत सरकार के बीच खटास के बावजूद कार्यकाल छह माह बढ़वाने में कामयाब रहीं।

कांग्रेस के दिग्गज नेता की रिश्तेदार

आईएएस उषा शर्मा के पास कें द्र का लंबा अनुभव है। वे कांग्रेस के एक दिग्गज नेता की रिश्तेदार भी हैं। अगर मुख्य सचिव उषा शर्मा को एक्सटेंशन नहीं मिलता तो वरिष्ठ आईएएस वीनू गुप्ता, सुबोध अग्रवाल, वी श्रीनिवास, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह, रोहित कुमार सिंह आदि मुख्य सचिव के पद की दौड़ में शामिल माने जा रहे थे।

अब नए साल में नया मुख्य सचिव मिलेगा

उषा शर्मा को एक्सटेंशन मिलने के बाद अब नए साल में ही प्रदेश को नया सीएस मिलेगा। 1 जनवरी 2024 को ही प्रदेश को नया सीएस मिलेगा, तब तक नई सरकार बन जाएगी। राजनीतिक और प्रशासनिक हालात भी बदल जाएंगे।

केंद्र की स्वीकृति को लेकर था असमंजस

यह पहले ही माना जा रहा था कि गहलोत सरकार उषा शर्मा को सेवा विस्तार दे सकती है। इसकी एक वजह यह भी मानी जा रही थी कि विस चुनाव 2023 में ही होने हैं और सरकार चुनाव से पहले सीएस नहीं बदलना चाहती। अलबत्ता, केंद्र की स्वीकृति को लेकर असमंजस था, क्योंकि पिछले दो-तीन वर्षों में कई अधिकारियों के एक्सटेंशन की फाइल कें द्र ने लौटा दी थी।

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