Bihar Political Crisis : फ्लोर टेस्ट से पहले छापे...CBI-ED की RJD नेताओं पर रेड… 24 ठिकानों पर जारी ‘सर्च अभियान’
Bihar Political Crisis : बिहार की नई सरकार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले शिक्षक भर्ती मामले में नई सरकार की किरकिरी हुई, अब बिहार विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट से पहले लालू यादव की पार्टी RJD के 4 नेताओं पर ED औऱ CBI की रेड पड़ गई। अभी भी उनके घर में तलाशी सर्च अभियान जारी है।
जिनके आवास पर छापेमारी हुई है उनमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के निजी सचिव नागमणि यादव भी शामिल हैं। RJD के विधायक सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद बिस्फी, सुबोध राय शामिल हैं। इन नेताओं ने ED-CBI की इस छापेमारी को भाजपा की साजिश करार दिया है।
विधानसभा में फ्लोर टेस्ट और स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
आज बिहार विधानसभा के विशेष सत्र बुलाया गया है। जिसमें महागठबंधन की सरकार को अपना बहुमतक परीक्षण देना है। और मौजूदा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना है। लेकिन इस फ्लोर टेस्ट में महागठबंधन क्लीन स्वीप करता नजर आ रहा है। आंकड़ों के मुताबिक इस महागठबंधन में 164 विधायक हैं, और बहुमत के लिए सिर्फ 122 विधायकों की जरुरत है तो इस हिसाब से नीतीश कुमार को महागठबंधन के फ्लोर टेस्ट में कोई नुकसान नहीं होने वाला है।
स्पीकर पर बवाल
बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार को बन गई है लेकिन भाजपा के विधानसभा स्पीकर ने अभी तक अपना इस्तीफा नहीं दिया है। स्पीकर विजय सिन्हा ने अपना इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें जो नोटिस थमाया गया है वो अंसवैधानिक है। वहीं पूर्व लोकसभा महासचिव जी सी मल्होत्रा ने इस मामले पर कहा कि मौजूदा स्पीकर पर कोई आरोप नहीं है, लेकिन अब उनकी सरकार गिर चुकी है तो इस हिसाब से उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।