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बिहार में RJD-JDU में रार…क्या BJP के साथ फिर सरकार बनाएंगे नीतीश? यहां समझे पूरा गणित

बिहार में दो-तीन दिन से सियासत गरमाई हुई है। आरजेडी और जेडीयू में रार इस कदर बढ़ गई है कि बिहार में गठबंधन टूटने के कगार पर है।
01:05 PM Jan 27, 2024 IST | Anil Prajapat
Lalu Prasad Yadav, Nitish Kumar

Bihar Political crash : पटना। बिहार में दो-तीन दिन से सियासत गरमाई हुई है। आरजेडी और जेडीयू में रार इस कदर बढ़ गई है कि बिहार में गठबंधन टूटने के कगार पर है। यही वजह है कि दिल्ली से लेकर पटना तक शुक्रवार से राजनीतिक दलों में बैठकों का दौर जारी है, जो रविवार तक बना रह सकता है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा देकर बिहार में फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे?

बीजेपी सूत्रों की मानें तो सीएम नीतीश कुमार आज इस्तीफा दे सकते हैं और रविवार को फिर से एनडीए के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बना सकते है। इसे लेकर बीजेपी ने पटना में आज विधायक दल की मीटिंग बुलाई है। अगर ऐसा होता है कि नीतीश कुमार के नाम 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रिकॉर्ड बन जाएगा। इधर, तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस बार नीतीश कुमार के लिए तख्तापलट आसान नहीं होने वाला है।

यूं फिर सरकार बना सकते है नीतीश?

बता दें कि बिहार में कुल 243 विधानसभा सीट है। ऐसे में बहुत के लिए 122 सीट होना जरूरी है। वर्तमान में आरजेडी-79, जेडीयू-45, कांग्रेस-19, लेफ्ट-16 और एक निर्दलीय के साथ मिलकर नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री है। वहीं, बीजेपी-78, हम-4 और एआईएमआईएम एक सीट के साथ विपक्ष में है। लेकिन, अगर इस्तीफे देने के बाद नीतीश कुमार फिर से सत्ता में आते है तो समीकरण कुछ ऐसे होंगे। बीजेपी-78, जेडीयू-45 और हम-4 मिलकर नीतीश कुमार फिर से सरकार बना सकते है।

ऐसे सरकार बचा सकती है आरजेडी?

एक ओर नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बाद की तस्वीर साफ दिख रही है। लेकिन, आरजेडी यूं सरकार बना सकती है। आरजेडी खुद के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायकों को मिलाती हैं तो कुल 115 होंगे। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 122 के लिए 7 और विधायक की जरूरत होगी।

जिस पर एआईएमआईएम का एक विधायक भी साथ आ जाए तो आरजेडी के पाले में कुल 116 विधायक ही होंगे। ऐसे में आरजेडी को 6 विधायक दूसरी पार्टी के तोड़ने पड़ेंगे। ताकि, बिहार में सरकार को बचाया जा सके। हालांकि, अभी सबकी निगाह लालू प्रसाद यादव के अगले दांव पर टिकी हुई हैं।

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