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सीकर में ACB की बड़ी कार्रवाई, 50 हजार की रिश्वत लेते पटवारी ट्रैप, जमीन का नामांतरण खोलने के ऐवज मांग रहा था 1 लाख

राजस्थान के सीकर जिले में शुक्रवार को एसीबी ने बड़ी कार्रवाई की।
04:27 PM Jan 06, 2023 IST | Anil Prajapat
सीकर में acb की बड़ी कार्रवाई  50 हजार की रिश्वत लेते पटवारी ट्रैप  जमीन का नामांतरण खोलने के ऐवज मांग रहा था 1 लाख

सीकर। राजस्थान के सीकर जिले में शुक्रवार को एसीबी ने बड़ी कार्रवाई की। एसीबी की टीम ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पलासरा पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। हालांकि, एसीबी ने आरोपी का नाम और फोटो शेयर नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी पटवारी नामांतरण खोलने के ऐवज के परिवादी से 1 लाख रुपए की रिश्तव मांग रहा था। पकड़े गए पटवारी को एसीबी पुलिस थाने लेकर पहुंची। जहां से आरोपी से लगातार पूछताछ जारी है।

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एसबीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की सीकर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी क्रयशुदा जमीन का नामांतरण खोलने के ऐवज में पलासरा हल्का पटवारी 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगकर परेशान कर रहा है। जिस पर उप अधीक्षक पुलिस राजेश जांगिड़ मय एसीबी सीकर टीम द्वारा शुक्रवार को कार्यवाही करते हुए पलासरा पटवारी को परिवादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आरोपी पटवारी द्वारा शिकायत के सत्यापन के दौरान भी परिवादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि वसूल कर ली थी। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी ने पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, आरोपी पटवारी के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है।

एसीबी डीजी प्रियदर्शी के निर्देश पर नागौर में हुई थी पहली कार्यवाही

बता दें कि एसीबी डीजी हेमंत प्रियदर्शी के निर्देश पर सीकर में दूसरी कार्रवाई की गई है। इससे पहले एसीबी डीजी हेमंत प्रियदर्शी के निर्देश नागौर जिले में 4 जनवरी को एसीबी ने रिश्वत मामले में पहली कार्रवाई की थी। अजमेर एसीबी ने कुचामन के पास के गांव लिचाना और गोगोर के उपस्वास्थ्य केंद्र की दो एएनएम को 3 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। हालांकि, एसीबी ने आरोपी का नाम और फोटो शेयर नहीं किया था। क्योंकि हेमंत प्रियदर्शी ने एसीबी डीजी का अतिरिक्त चार्ज संभालते ही आदेश दिया था कि अब भ्रष्टाचार में पकड़े गए लोगों के नाम और फोटो शेयर नहीं किए जाएंगे। उनके इस आदेश पर राजस्थान में काफी भी हो रहा है।

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