'मैं माली समाज का राजस्थान में इकलौता विधायक...3 बार का सीएम... कांग्रेस के OBC समाज के प्रति सम्मान का क्या प्रूफ होगा- CM गहलोत
उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर आज उदयपुर में थे। उन्होंने यहां पर इस सम्मेलन में भाग लिया और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ आने वाले दिनों में कांग्रेस के प्रदर्शनों को धार देने का मंत्र दिया।
कांग्रेस के ओबीसी सम्मान का सबसे बड़ा प्रूफ मैं खुद हूं
अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज का समय ऐसा हो गया है कि अगर कोई नेता मोदी के खिलाफ बोलता है, तो उसके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर दी जाती है। राहुल गांधी ने जब महंगाई, बेरोजगारी, हिंसा के मुद्दे उठाए तो उन्होंने ओबीसी कम्युनिटी का अपमान करने का आरोप लगाकर 2 साल की सजा दिलवाई और लोकसभा की सदस्यता रद्द करवा दी। आप मुझे बताओ कॉन्ग्रेस कभी ओबीसी समाज का अपमान कर सकती है। यह कैसे हो सकता है?
क्योंकि ओबीसी समाज के सम्मान का सबसे बड़ा उदाहरण तो मैं खुद हूं। मैं भी ओबीसी कम्युनिटी से बिलॉन्ग करता हूं। राजस्थान में मेरे समाज का सिर्फ एक ही विधायक 200 विधानसभा क्षेत्रों में से हैं और वह खुद मैं ही हूं। पूरी विधानसभा में मैं माली जात का इकलौता विधायक हूं। कांग्रेस ने मुझे तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बनाया है। इससे बड़ा और क्या प्रूफ होगा कि कांग्रेस ओबीसी कम्युनिटी का कितना सम्मान करती है।
RSS ने देश की आजादी के लिए उंगली तक कटाई है?
सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय भी उनकी सदस्यता रद्द हुई थी, उस वक्त मैं भी जेल गया था लेकिन समय का चक्र ऐसा चला कि इंदिरा गांधी की आंधी जबरदस्त तरीके से चली और वह वापस सत्ता में आईं और लोकसभा में पहुंची। ये देशभक्ति की बात करते हैं, आप मुझे बताइए कि कांग्रेस से बड़ा देशभक्त कौन है देश में, जिसकी पार्टी के सभी नेता देश की आजादी में निछावर कर दिए। एक परिवार देश की रक्षा के लिए शहीद हो गया। इन आरएसएस वालों से पूछो कि देश के आजादी के लिए क्या इन्होंने उंगली भी कटाई है। हमने तो आनंद भवन तक देश को दे दिया।
सोनिया गांधी ने पीएम पद छोड़कर मनमोहन को प्रधानमंत्री बनाया
सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को किसी पद की लालसा नहीं है। आज का समय तो ऐसा है कि लोग सरपंच का पद तक नहीं छोड़ते लेकिन उनकी मां सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री का पद छोड़कर मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया। इससे बड़ी त्याग की प्रतिमूर्ति और क्या होगी। यह मैं कहता हूं कि उस समय जनादेश सोनिया गांधी के लिए मिला था लेकिन उन्होंने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया। मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी से कई बार प्रधानमंत्री बनने के लिए कहा लेकिन वह मंत्री तक नहीं बने। यह होता है देश के लिए त्याग।
केंद्र की जड़ें हिलानी है
बता दें कि उदयपुर में आयोजित संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे। इन्होंने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और राहुल गांधी के मुद्दे को लेकर कांग्रेसियों में एक लहर पैदा की। उन्होंने साफ-साफ कहा कि इस मुद्दे पर शांत नहीं बैठना है हमें केंद्र सरकार की जड़ें हिला देनी है।