नागपुर में RSS की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा शुरू, देशभर के 45 प्रांतों से कार्यकर्ता हो रहे हैं शामिल
All India Representative Assembly of RSS: नागपुर लोकसभा चुनावों के ऐलान से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुक्रवार को नागपुर में शुरू हो गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का शुभारंभ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया। 17 मार्च तक चलने वाली यह बैठक हर वर्ष आयोजित होती है।
कार्यक्रमों में अहम बदलाव
आरएसएस ने अपने ट्रेनिंग कार्यक्रमों में अहम बदलाव किया। इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक का मुख्य एजेंडा लोकसभा चुनाव 2024 होगा। इसके अलावा मंदेशखाली, किसान आंदोलन, मणिपुर हिंसा जैसी घटना भी इस एजेंडे में शामिल होगी। संघ अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल भी होंगे।
देशभर के 45 प्रांतों से कार्यकर्ता हो रहे हैं शामिल
भारतीय प्रतिनिधि सभा के शुभारंभ के अवसर पर स्वामी दयानंद सरस्वती परिसर में आयोजित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि बैठक में 45 प्रांतों से 1500 से अधिक कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सामग्री और शब्दावली में बदलाव किया गया है। यह बदलाव इसी साल से लागू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संघ संपूर्ण समाज का संगठन है। इस अवसर पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख द्वय नरेंद्र कुमार और आलोक कुमार भी उपस्थित थे।
घर-घर जाकर जन जागृति करेंगे कार्यकर्ता
आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान हो, इसके संघ स्वयंसेवक घर-घर जाकर जन जागृति करेंगे। इसके साथ ही अहिल्याबाई होल्कर की जन्म की त्रिशताब्दी वर्ष मई, 2024 से अप्रैल 2025 तक मनाई जाएगी। अहिल्याबाई होल्कर ने देशभर के धार्मिक स्थलों का पुनर्निमाण करवाया और अभावग्रस्त लोगों के आर्थिक स्वावलम्बन के लिए बहुत कार्य किए थे। इसके बारे में समाज को जानकारी नहीं है।
पहले संघ शिक्षा वर्ग की रचना में 7 दिनों का प्राथमिक शिक्षा वर्ग, 20 दिनों का प्रथम वर्ष, 20 दिनों का द्वितीय वर्ष और 25 दिनों का तृतीय वर्ष होता था। अब आने नवीन रचना में 3 दिनों का प्रारंभिक वर्ग, 7 दिनों का प्राथमिक शिक्षा वर्ग तथा 15 दिनों का संप शिक्षा वर्ग तथा कार्यकर्ता विकास वर्ग-एक 20 दिन और 25 दिनों का कार्यकर्ता विकास वर्ग-2 होंगे।