'15 साल का पेपर लीक और नकल का अनुभव'! जगदीश कैसे बना राजस्थान में 'पेपर लीक' का माफिया
Paper Leak Mafia Jagdish Vishnoi: राजस्थान में भजनलाल सरकार पेपर लीक को लेकर लगातार काम कर रही है। एक साल पहले जेईएन भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी द्वारा जगदीश को गिरफ्तार किया गया। जगदीश द्वारा साल 2008 से पेपर लीक और नकल का काम करवाया जा रहा है। सब इंस्पेक्टर भर्ती मामले में भी जगदीश की महत्वपूर्ण भूमिका है। जगदीश के उपर सबसे पहले 2008 में मामला दर्ज हुआ था।
जगदीश का पेपर लीक करने का इतिहास
एसओजी ने जेईएन भर्ती मामलें में किया था फरवरी 2023 में जगदीश विश्नोई को गिरफ्तार
2008 से जगदीश कर रहा है पेपर लीक और नकल का काम
टोंक में जगदीश के उपर हुआ था 2008 में मामला दर्ज
कॉस्टेबल भर्ती 2008-9 मामलें में किया गया था मुकदमा दर्ज
नर्सिग ग्रेड द्वितीय परीक्षा 2010 में जयपुर के करधनी थाना में हुआ था मुकदमा
शिक्षक भर्ती परीक्षा द्वितीय को लेकर बजाज नगर थाने में दर्ज हुआ था 2011 मामला
राजस्थान पथ परिवहन निगम में पद परिचालक की भर्ती के मामले में 2012 में जोधपुर के शास्त्री नगर थाने में दर्ज हुआ था मामला
2013 में किसी अन्य व्यक्ति की मोबाईल सिम उपयोग में लेने के हुआ था नया शहर बीकानेर में मामला दर्ज
राजस्थान पुलिस कानि. भर्ती को लेकर 2014 में किया गया था सीआईडी थाना जयपुर में मामला दर्ज
कनिष्ठ लेखाकार एवं तहसील राजस्व लेखाकार भर्ती मामले में एसओजी जयपुर में किया गया था मामला दर्ज
2015 में सरकारी कर्मचारी से मारपीट को लेकर हुआ जालोर में मामला दर्ज
जूनियर अकाउंटेट भर्ती को लेकर उदयपुर जिले में हुआ 2015 में मामला दर्ज
कनिष्ठ लेखाकार एवं तहसील राजस्व लेखाकार भर्ती 2013 को लेकर राजसमंद में हुआ मामला दर्ज
बीएसटीसी का पेपर लीक करने को लेकर 2018 में बाड़मेर में हुआ मामला दर्ज
कनिष्ठ अभियंता भर्ती 2020 को लेकर हुआ जयपुर के सांगानेर थाने में मामला दर्ज
सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में भी मुकदमा दर्ज
दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक, सिर्फ 11 में एफआईआर
एक बार जेल जाने के बाद जगदीश विश्नोई का डर बिल्कुल खत्म हो गया। वह लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक करने लगा। पिछले 15 सालों में उसने अनगिनत प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करवाई और दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक किए, लेकिन उसके खिलाफ सिर्फ 11 मामले दर्ज हुए।
मामले दर्ज होने के बाद भी वह लंबे समय तक फरार रहा। जब भी उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, वह कभी भी 2 महीने से ज्यादा जेल में नहीं रहा। जगदीश के खिलाफ टोंक कोतवाली, जयपुर के करधनी और शास्त्री नगर, जालौर के रानीवाड़ा, बीकानेर के नया शहर, उदयपुर के गोगुंदा, राजसमंद के कांकरोली, बाड़मेर के कोतवाली और एसओजी थाने में मामले दर्ज हैं।