स्टार्टअप्स की ओर बढ़ रहे युवा, अब जॉब सीकर्स नहीं, जॉब गिवर बनने को तैयार नौजवान
प्रदेश में ‘स्टार्टअप कल्चर’ लगातार बूम पर है। राज्य के युवा नौकरियों की दौड़ से इतर अपने स्टार्टअप्स के जरिए नौकरी देने वाला बनने की दिशा में भी लगातार काम कर रहे हैं। स्टार्टअप शुरू करने जा रहे या चला रहे युवाओं की मदद के लिए बनाए गए राज्य सरकार के पोरल्ट ‘आई-स्टार्ट’ के आंकड़े इस दिशा में युवाओं के उत्साह को दिखाने के लिए काफी हैं।
इस पोरल्ट पर अब तक 15 लाख से ज्यादा विजिटर्स आ चुके हैं वहीं कुल 3524 स्टार्टअप्स यहां रजिस्टर्ड हैं। इनके जरिए 25 हजार से ज्यादा नए जॉब्स अब तक क्रिएट हो चुके हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार का ‘आईस्टार्ट’ वेब पोरल्ट स्टार्ट-अप नीति प्रचार के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करता है। इस पर युवाओं के इनोवटिवे आईडियाज को प्रोत्साहित करने, जॉब्स क्रिएट करने और स्टार्टअप्स को फंडिंग की सुविधा मुहैया कराने जैसे काम किए जा रहे हैं।
इन फील्ड्स में नए स्टार्टअप्स की भरमार
फूड एंड एग्रीकल्चर
हैल्थ एंड वैल बीइंग
एजुकेशन
वाटर एंड सेनिटेशन
वेस्ट मैनेजमेंट
रोड सेफ्टी
एनवायर्नमेंट कंजर्वेशन
ई कॉमर्स
ऑटोमोबाइल
स्टेप बाई स्टेप मदद कर रहा इन्क्यूबेशन
सेंटर आई-स्टार्ट इन्क्यूबेशन सेंटर एक इंस्टीट्यूट की तरह है। यहां पर स्टार्टअप को प्राइमरी स्टेज पर सभी तरह की मदद मिलती है। टेक्नीकल सपोर्ट और लीगल डॉक्यूमेंटेशन सपोर्ट के साथ ही काम करने के लिए वर्किंग स्पेस, स्टाफिंग आदि के बारे में भी हैंड होल्ड सपोर्ट मुहैया कराया जाता है। खास बात ये है कि इन्क्यूबेशन सेंटर से सीड फंडिंग यानी शुरुआती पूंजी भी जुटाई जा सकती है।
आई-स्टार्ट फैक्ट
फाइल विजिटर्स 1574622
कुल स्टार्टअप 3524
ग्रामीण स्टार्टअप 795
जॉब्स 25835
इन्वेस्टमेंट 499
इंस्टीट्यूट्स 1824
स्टूडेंट्स 30160
इवेंट्स 313
वर्चुअल सेशन्स 24
मेन्टर्स 75
टीचर्स 631
चैलेंजेस 34