कोटा में युवक की चाकू से गोदकर हत्या, दोस्त की बेटी की जन्म पार्टी में गया था
कोटा। राजस्थान के कोटा में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है। युवक अपने दोस्त की बेटी की जन्म पार्टी में शामिल होने गया था। जिस जगह पार्टी चल रही थी, वहां दूसरे लोग भी पार्टी कर रहे थे। बातों बातों में दोनों ग्रुप में बहस हो गई। इसके बाद दूसरे ग्रुप के लोगों ने युवक पर चाकू से हमला कर दिया। पेट, पीठ व सीने पर 8 घाव लगे। हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया। यह घटना कैथून थाना क्षेत्र के दाढ़देवी के जंगल में रविवार की है।
सोमवार सुबह मृतक के परिजन मोर्चरी के बाहर आर्थिक सहायता की मांग को लेकर हंगामा कर दिया और शव उठाने से इनकार कर दिया। हंगामे की सूचना पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिजनों से समझाइश की। दो घंटे की समझाइश के बाद परिजन शव उठाने को राजी हुए।
कैथून सीआई रामनयन के अनुसार, मृतक मनोज सुमन (24) मूल रूप से बारां का रहने वाला है। पिछले पांच साल से वह अपने भाई और बहन के साथ कोटा के संतोषी नगर में किराए पर रह रहा था। वह डीसीएम फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। रविवार सुबह वह घर से डयूटी पर जाने के लिए अपने दोस्त गोविंद के साथ निकला था। मृतक के भाई रामराज ने बताया कि शाम सात बजे तक जब वह घर नहीं आया तो उसने उसके भाई को बार बार कॉल किए। कुछ देर बाद पुलिसकर्मी ने फोन उठाया और एमबीएस अस्पताल पहुंचने के लिए कहा। जिसके बाद वह अस्पताल पहुंचे तो पता लगा कि उसके भाई की चाकू मारकर हत्या कर दी गई है।
वहीं मृतक की बहन भारती सुमन ने बताया हम संतोषी नगर इलाके में रहते है। मनोज की किसी से दुश्मनी नहीं थी। रविवार को टिपन लेकर ड्यूटी के लिए निकला था। मेरी दौड़ के कारण गाड़ी घर पर ही छोड़कर गया था। शाम साढ़े 6 बजे करीब 5-6 बार फोन लगाया तो मनोज ने फोन नहीं उठाया। साढ़े 7 बजे करीब पुलिसकर्मी ने फोन उठाया और एमबीएस हॉस्पिटल में आने को कहा। वहीं तहसीलदार लाडपुरा भरत यादव ने कहा कि परिजनों ने आर्थिक सहायता की डिमांड की थी। इस पर डीसीएम प्रशासन से बात की। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
कैथून थानाधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि मृतक मनोज के दोस्त ने बेटी जन्म की पार्टी दी थी। उस पार्टी में 10-12 लोग थे। इनके ग्रुप की वहां पार्टी कर रहे दूसरे ग्रुप से बहस हुई। दूसरे ग्रुप ने मनोज पर चाकू से हमला कर दिया। मनोज के पेट और दिल पर चाकू के 8 घाव लगे हुए थे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया है। फिलहाल, युवक की हत्या के पीछे का पूरा सच और हत्या क्यों और किन परिस्थितियों में की गई इसकी जानकारी पुलिस जांच में ही साफ हो पाएगी।