झगड़े के दौरान विवाहिता को जिंदा जलाया, मौत के बाद बवाल
जयपुर। राजधानी के बस्सी थाना इलाके में 14 मार्च को दो पक्षों में हुए झगडे में एक विवाहिता को जलाने के मामले में एसएमएस अस्पताल में इलाजरत महिला की आज इलाज के दौरान मौत हो गई। जैसे ही महिला के मौत की खबर बस्सी के बांसखोह कस्बे में पहुंची वैसे ही स्थानीय लोगों ने कस्बे से गुजर रहे स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर धरना स्थल पर पहुंचे गए है। हाईवे पर बस्सी, कानोता, तूंगा सहित रिजर्व लाइन से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है। पूरा हाईवे छावनी में तब्दिल हो गया है। पुलिस के आला अधिकारी मृतका के परिजनों सहित ग्रामीणों से समझाइश में जुटे हुए है। ग्रामीण आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी सहित मुआवजे की मांग पर अड़े हुए है।
एसएमएस अस्पताल के बाहर भी लोगों की भीड़ जमा
इधर, बड़ी संख्या में लोग एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ अपना रोष दिखाने लगे। महिला की मौत की खबर मिलने पर फुले ब्रिगेड के राष्ट्रीय संयोजक चंद्र प्रकाश सैनी भी एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर पहुंचे और प्रशासन से शीघ्र न्याय देने की बात कही।
पुलिस की कार्यशैली पर भी उठाए सवाल
फुले ब्रिगेड के राष्ट्रीय संयोजक चंद्र प्रकाश सैनी ने बताया कि मृतका ने 6 महीने पहले भी आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते आरोपी के हौसले बुलंद हो गए और उसके पेट्रोल डाल कर महिला को जला दिया। इस घटनाक्रम के विरोध में समाज द्वारा बड़ा आंदोलन करने की रूपरेखा बनाई जा रही है।
ये था पूरा मामला
गौरतलब है कि बांसखोह कस्बे में गिर्राज प्रसाद सैनी का मकान है और मकान के आगे बनाई हुई दुकान को गिर्राज ने ओमप्रकाश नामक व्यक्ति को किराए पर दे रखा है। ओमप्रकाश पिछले 15 साल से दुकान कर रहा है और कुछ दिनों पहले जब गिर्राज ने उसे दुकान खाली करने को कहा तब जाकर विवाद की शुरुआत हुई। विवाद के चलते दोनों पक्षों के बीच में 14 मार्च को झगड़ा हुआ और उसी दौरान गिर्राज की पत्नी पिंटू सैनी को जलाया गया। लेकिन, अब उपचार के दौरान महिला की मौत के बाद बवाल खड़ा हो गया है। किराएदार ओमप्रकाश पर पिंटू को पेट्रोल छिड़क जलाने के आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।