SOG की जांच में मौन क्यों उच्च शिक्षा विभाग, निजी विश्वविद्यालय पर इतनी मेहरबानी क्यों?
Jaipur: राजस्थान में एसओजी द्वारा फर्जी डिग्रियों और नियम के विरुध्द डिग्री जारी करने के मामले में लगातार कार्रवाई की गई। इस बीच एसओजी के द्वारा की गई कार्रवाई में एक बड़ी बात निकल कर सामने आई, कि प्राइवेट विश्वविद्यालय व्यवसायिक कार्सों के लिए सीधे एडमिशन दे रहे है। जबकि इसको लेकर शिक्षा (ग्रुप-4) विभाग के पब्लिक नोटिस कुछ ओर ही कहता है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, कई विश्वविद्यालय बिना काउंसलिग के व्यवसायिक कोर्स के लिए बच्चों को एडमिशन दे रहे है। जबकि शिक्षा (ग्रुप-4) विभाग के पब्लिक नोटिस में साफ तौर पर जिक्र है कि व्यवसायिक कोर्स के लिए केंद्र या राज्य की एंजेसीयों के माध्यम से ही एडमिशन होगा। लेकिन इसके बावजूद में लगातार बिना काउंसलिग के बच्चों को एडमिशन दिया जा रहा है।
प्राइवेट विश्वविद्यालय क्यों उड़ा रहे धज्जियां
आखिर उच्च शिक्षा विभाग के नियमों की प्राइवेट विश्वविद्यालय क्यों धज्जियां उड़ा रहे है। हाल ही में एसओजी द्वारा जांच में सामने तथ्य सामने आया था कि एसओजी द्वारा व्यवसायिक कोर्स के लिए उच्च शिक्षा विभाग के नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
SOG ओर बोर्ड लगातार कर रहा मेहनत
इधर, एसओजी इन मामलों को लेकर लगातार मेहनत कर रही है। पीटीआई भर्ती 2022 में बिना काउंसलिग के एडमिशन लेने वालों को लेटर भी स्कुल शिक्षा सचिव को सौंपा गया है। इधर, उदयपुर के एक विश्वविद्यालय के कई अभ्यर्थी बोर्ड की जांच में बिना काउंसलिंग के एडमिशन पाए गए। बोर्ड ने ऐसे अभ्यर्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस तरह के मामले लगातार आने के बाद भी उच्च शिक्षा विभाग ऐसे विश्वविद्यालय पर एक्शन नहीं ले रहा है।