बीज, खाद्य से लेकर औजार…क्या है किसान समृद्धि केंद्र? जहां मिलेगा खेती-किसानी से जुड़ा हर सामान
PM Kisan Samriddhi Kendra : सीकर। केंद्र की मोदी सरकार पिछले 9 साल से किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत है। केंद्र सरकार आए दिन किसानों के हित में नए-नए फैसले ले रही है। इसी कड़ी में आज सीकर दौरे पर पीएम मोदी ने देश में 1.25 लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों की शुरूआत की है। साथ ही किसानों के लिए एक नया यूरिया गोल्ड भी शुरू किया गया है। लेकिन, क्या आपको पता है कि प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (PMKSK) क्या हैं और इससे अन्नदाताओं को कैसे और कितना फायदा होगा?
दरअसल, प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (PMKSK) केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन है। ये खुद्रा दुकान की तरह किसानों के लिए काम करेंगे। पीएम मोदी ने पिछले साल इस योजना की शुरुआत की थी। ऐसे में अब देशभर में 1.25 केंद्रों की शुरूआत की गई है। साथ ही पूर्व में चल रहे खुद्रा उर्वरक केंद्रों को भी अब प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में बदल दिया जाएगा। पीएमकेएसके पर किसानों को खाद-बीज के साथ-साथ खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीक के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
किसानों को होगा कितना फायदा?
देशभर में 1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र खुलने के बाद अब किसानों की हर परेशानी दूर होगी। वैसे तो ये केंद्र मुद्रा दुकान की तरह की काम करेंगे। लेकिन, अब खेती से जुड़े सामानों के लिए अलग-अलग जगह पर जाना नहीं पड़ेगा। इससे समय के साथ-साथ आने-जाने के खर्च की भी बचत होगी। प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर किसानों को बीज के साथ-साथ खाद भी मिलेगा। इसके अलावा खेती से जुड़े औजार और दूसरी मशीनें भी इस केंद्र पर उपलब्ध होगी। किसी भी प्रकार की फसल की अच्छी पैदावार के लिए किसान यहां पर कृषि विशेषज्ञों से सलाह ले सकेंगे। इतना ही नहीं अगर खेत की मिट्टी की जांच करानी है तो किसान पीएमकेएसके पर आकर आसानी से ऐसा करा सकता है।
क्या है पीएम किसान सम्मान निधि?
सीकर दौरे पर आए पीएम मोदी ने गुरुवार को पीएम किसान सम्मान निधि की 17000 करोड़ रुपए की राशि किसानों के बैंक खातों में एक साथ ट्रांसफर की। यह पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त है। पीएम मोदी ने फरवरी 2019 में किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि शुरू की थी। इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों की आर्थिक मदद के लिए सालाना छह हजार रुपए देती है और ये रकम तीन किस्तों में किसानों को दी जाती है।
जानें-कौनसे देश में यूरिया की कितनी कीमत?
सीकर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में यूरिया की कीमत अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। भारत में आज यूरिया की जो बोरी हम किसानों को 266 रुपए में देते हैं, उतनी ही यूरिया हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में 800 रुपए, बांग्लादेश में 720 रुपए और चीन में किसानों को 2100 रुपए में मिलती है। उन्होंने कहा कि क्या आप जानते हैं अमेरिका में यूरिया की बोरी की कीमत क्या है? हमारे देश में यूरिया की जिस बोरी के लिए आप 300 रुपए से भी कम देते हैं, उसी बोरी के लिए अमेरिका में किसानों को 3000 रुपए खर्च करने पड़ते है। अब आप भी बताईये… कहां 300 और कहां 3000 रुपए। लेकिन, हमारी सरकार यूरिया की कीमतों के कारण देश के किसानों को परेशान नहीं होने देगी।