वॉलीबॉल एसोसिएशन और क्रीड़ा परिषद आमने-सामने, धरने पर बैठे खिलाड़ी
जयपुर| सवाई मानसिंह स्टेडियम में बीते दो दिन से रोचक घटनाक्रम देखने को मिल रहा है। एसएमएस स्थित कार्यालय को खाली कराने के मामले को लेकर वॉलीबॉल एसोसिएशन और राजस्थान क्रीड़ा परिषद आमने-सामने हो गए हैं। दरअसल मामला गुरुवार को शुरू हुआ, जहां क्रीड़ा परिषद ने राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन का दफ्तर एमओयू समाप्त होने हवाला देकर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति में दफ्तर खाली कराकर कब्जे में लिया। इसके बाद एसोसिएशन के सचिव राम अवतार जाखड़ की पत्नी और अन्य लोगों ने क्रीड़ा परिषद द्वारा लगाया ताला तोड़ दिया और धरने पर बैठ गए। इसके बाद शुक्रवार को वॉलीबॉल खेल से जुड़े खिलाड़ी भी धरने पर बैठ गए। इसके बाद देर शाम खेलमंत्री के निर्देश पर आरएसएससी की स्टैंडिंग कमेटी के तीन सदस्यों ने दो दिन से धरने पर बैठे वॉलीबॉल खिलाड़ियों से मुलाकात कर धरना खत्म करवाया। इधर राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन के सचिव राम अवतार जाखड़ ने खेल परिषद पर जबरन ताला तोड़कर दस्तावेज चोरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस ऑफिस में राजस्थान के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों के नेशनल चैंपियनशिप के प्रमाण पत्र भी थे। बिना किसी पूर्व सूचना के खेल परिषद के अधिकारियों ने एसोसिएशन के दफ्तर के ताले तोड़े जबकि एमओयू को बढ़ाने के लिए खेल परिषद को पत्र लिखा गया था। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने यह काम किया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।
कार्यालय नहीं हटाने का आश्वासन
दो दिन से चल रहे राजस्थान वॉलीबॉल संघ एवं खिलाड़ियों के धरने को समाप्त करने के लिए शुक्रवार को राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की स्थाई समिति के तीन सदस्यों सतवीर चौधरी, अनिल व्यास, मोहम्मद इकबाल धरनेॉ पर बैठे । सैकड़ों वॉलीबॉल खिलाड़ियों से मुलाकात की तथा उन्हें आश्वासन दिया कि राजस्थान वॉलीबॉल संघ के कार्यालय से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।
क्रीड़ा परिषद ने लगाया अवैध कब्जे का आरोप
खेल परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई, 2022 में खेल परिषद और एसोसिएशन के बीच हुआ एमओयू खत्म हो गया था। ऑफिस खाली करने को लेकर कई बार पत्र भी लिखे गए। स्पोर्ट्स काउंसिल के खेल अधिकारी श्यामवीर ने बताया कि वर्ष 2007 में 15 साल के लिए राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल और वॉलीबॉल संघ के बीच एमओयू किया गया था, लेकिन अब यह एमओयू खत्म हो चुका है।इसके बाद खेल परिषद की ओर से एसोसिएशन को ऑफिस खाली करने को लेकर कई बार पत्र भी लिखा गया, लेकिन एसोसिएशन ने ऑफिस पर अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है। इसके बाद बीते दिनों प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में स्पोर्ट्स काउंसिल की ओर से दफ्तर खाली कराया गया है।