इस कंस रूपी गहलोत सरकार को उखाड़ना है..श्री कृष्ण की क्रीड़ास्थली से लें संकल्प, कांग्रेस तो खुद का साथ, खुद का विकास वाली पार्टी है- वसुंधरा राजे
भरतपुर में बूथ संकल्प महासम्मेलन में आज अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। करीब 24 हजार कार्यकर्ताओं को भाजपा नेताओं ने संबोधित किया और राजस्थान विधानसभा चुनाव के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरी बार 25 की 25 सीटें जीतने का संकल्प दिलाया।
ये नेता मंच पर मौजूद रहे
इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंच पर अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सांसद गजेंद्र शेखावत, सांसद अर्जुन मेघवाल, सांसद कैलाश चौधरी, संगठन मंत्री ओम प्रकाश माथुर, सह प्रभारी विजाया राहटक, सांसद राजेंद्र गहलोत, सांसद संजीव बालियान, सांसद कनकमल कटारा, सांसद रंजीता कोली, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया,सांसद, मनोज राजोरिया मौजूद रहे।
कार्यक्रम को राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया, सीपी जोशी, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र शेखावत, वसुंधरा राजे ने भी संबोधित किया। वसुंधरा ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि इस भगवान श्रीकृष्ण की क्रीडास्थली से आवाज उठे कि यहां से इस कंस रूपी गहलोत सरकार को उखाड़ कर फेंकना है।
महाराजा सूरजमल के दिखाए रास्ते पर चलना है
वसुंधरा ने कहा कि अमित शाह का आपने इतने सालों में काम देखा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उनका नाम है। देश में अलग-अलग राज्यों के अंदर उन्होंने जो विकास के काम उठाएं हैं आज तक वह नहीं हुए हैं। महाराजा सूरजमल जी को याद करते हुए उन्हें प्रणाम करती हूं। उन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों को बाहर खदेड़ा आगे चलकर इस भरतपुर से हमारी यही आशा है कि जिस तरीके से उन्होंने हमें रास्ता दिखाया उस रास्ते पर हम सब चलें और जिन्होंने इस राजस्थान को मिट्टी में मिलाने का काम किया है, इस सरकार को उखाड़ कर बाहर फेंके।
वसुंधरा ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उसमें हमारे ब्रज क्षेत्र का एक बहुत बड़ा योगदान है। हमारे यहां का लाल पत्थर मंदिर निर्माण के लिए जा रहा है। राम मंदिर का काम इन्हीं पत्थरों से हो रहा है।
ERCP पर सरकार की इच्छाशक्ति कमजोर
ERCP का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि यहां बारिश बहुत कम होती है। पानी की बहुत मुसीबत है और जमीन का जो जल है वह गिरता जा रहा है। इसलिए राजस्थान में पानी का संकट तो है ही लेकिन इस क्षेत्र के अंदर बहुत गहरा है। हमारी पिछली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इस संकट को भांपकर 13 जिले का एक बहुत बड़ा प्लान बनाया था ERCP का। जिसमें कोटा से लेकर अलवर तक, भरतपुर, धौलपुर, करौली, दौसा यह सब जिले एक लाइन में पिरोए हुए हैं। हम लोगों ने कोशिश की थी कि आगे चलकर हम इस प्रोजेक्ट से पानी वहां तक पहुंचा देंगे। इसका संकल्प हमने लिया था।
मुझे अफसोस है यह कहते हुए कि गहलोत जी की इच्छा शक्ति होनी चाहिए थी वहीं बातों में वह कम नहीं है। बात तो उन्होंने बहुत की है। अखबारों में स्टेटमेंट बहुत दिए हैं लेकिन जो 13 जिलों की लाइफलाइन बन के पानी देने का काम करती उसके लिए उन्होंने कोई काम ही नहीं किया। बात कर करके उसको उसी के अंदर गोल करके छोड़ दिया। कांग्रेस के सरकार ने बहुत ऊंचाइयों को छुआ है हम मानते हैं कानून व्यवस्था गर्त में जा रही है यह नई ऊंचाई है उनकी।
जोड़-तोड़ कर सरकार ये बनाएं और हम पर आरोप लगाते हैं…
उन्होंने महिला अत्याचार, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सांप्रदायिक दंगे जैसी ऊंचाई को पा लिया है। अशोक गहलोत कहते हैं कि भाजपा दूसरी सरकारों को अपने हाथ में लेने की कोशिश करती है। तो वो जो 2018 में जोड़-तोड़ कर सरकार बनाएं बैठे हैं और वह अल्पमत में तब भी थे और अब भी हैंं।
उनके अपने ही नेता उनके खिलाफ है और उनके मंत्री उनके खिलाफ बोलते रहते हैं। यहां करौली के बहुत सारे लोग हैं। करौली के दंगे के दौरान वहां का कितना खौफनाक मंजर था। आपको याद होगा। नव वर्ष की यात्रा में जो दंगा करवाया सांप्रदायिक उन्माद पैदा हुआ। वह इनकी मिलीभगत से है। उदयपुर के अंदर कन्हैया के साथ क्या हुआ। और अभी मावली गांव से उस 8 साल की बच्ची के साथ जो कुकर्म हुआ और उसके बाद उसके टुकड़े-टुकड़े में काटकर उसकी खेतों के अंदर फेंक दिए। ऐसा जघन्य अपराध बार-बार हमेश राजस्थान के कोने-कोने में देखने को मिल रहा है।
राजे ने कहा कि हमने अपने समय में यह कानून बदला था और यह तय किया था कि 12 साल और इससे कम उम्र की जो बच्चियां हैं, उनके साथ इस तरह की हरकत या छेड़छाड़ करने वालों को जितनी जल्दी हम कर सकते थे सजा देने का काम हमने किया। अपने समय के अंदर एक महीने के अंदर कईयों को यह सजा देने का काम हमने किया लेकिन इन्होंने आज तक इतने अपराध होते रहे लेकिन उसका कुछ नहीं किया।
जयपुर बम ब्लास्ट के पीड़ितों के साथ किया अन्याय
जयपुर में बम ब्लास्ट हुआ जानबूझकर इस सरकार ने कोई सही पैरवी नहीं की। AAG ने कोर्ट में अटेंडेंस ही नहीं दी। 71 लोगों की जान गई, जो आतंकवादी थे वह बरी हो गए और आज भी उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जो पीड़ित परिवार हैं, वे अब सुप्रीम कोर्ट में गए हैं लेकिन सरकार ने अभी तक अपनी आवाज नहीं उठाई। अपने समय के अंदर अच्छी पैरवी हम लोगों ने की थी। इसलिए निचले कोर्ट के अंदर आतंकियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। आज भी भाजपा के लोग उन परिवारों के अंदर जहां जरूरी है वहां सहयोग करने का काम कर रहे हैं लेकिन इस सरकार को उनकी चिंता ही नहीं है।
गांव में बिजली ही नहीं आ रही..कहां से दे रहे हैं फ्री यूनिट
ये सरकार 100 यूनिट तक गांवों में फ्री बिजली देने की बात कहती है जब गांव तक बिजली पहुंच ही नहीं रही है तो आप कौन सी फ्री बिजली उन्हें दे रहे हैं। रोज बिल के अंदर नए-नए चार्ज लग रहे हैं फिर भी कह रहे हैं कि वह 100 यूनिट की बिजली फ्री दे रहे हैं। इसलिए मैं कहती हूं कि चुनाव के बाद में सब के पास गई थी गौरव यात्रा हमने निकाली। लोगों से पूछा भाजपा ने आपके लिए इतना काम किया तो क्या बात हो गई।
तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों का कर्जा माफ करने की बात कही थी। मैं पिछले चुनावों के बाद उन सब से मिलने गई थी और उनसे पूछा था कि क्या आप का कर्जा माफ हुआ, तो उन्होंने कहा कि आज तक कोई कर्जा माफ नहीं हुआ। हमने तो यह सोचा था कि आपने भी कर्जा माफ किया लेकिन उन्हें हमारे सारे कर्ज माफ करने की बात कही थी इसलिए हम उन्हें सत्ता में लेकर आए।
इसलिए हम कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ में जाकर अपने मतदाताओं को नहीं बताएंगे कि राजस्थान में क्या माहौल है गहलोत सरकार क्या काम अपने लोगों से करवा रही है, कैसे-कैसे खून के आंसू पिलाने का काम जनता से करवा रही है। जब तक हम नहीं जाएंगे जब तक उन्हें नहीं बताएंगे तब तक हमारा काम अधूरा है।
ये सरकार खुद का साथ और खुद का विकास करती है
जनता की मूलभूत सुविधाएं का इंतजाम केंद्र सरकार कर रही है और लगातार यह काम हो रहा है। भाजपा की केंद्र सरकार ने सबका साथ सबका विकास और सब का प्रयास सबका विश्वास इसमें हम सब अपना काम कर रहे हैं और राजस्थान की गहलोत सरकार खुद का साथ खुद का विकास खुद पर विश्वास और हमें किसी और की तरफ देखने की जरूरत ही नहीं है।
आज अराजकता, आतंक, अन्याय, बेरोजगारी यह राजस्थान की सूरत बन चुकी है और यह सरकार उसकी पर्याय बन चुकी है। यहां झगड़ा चल रहा है एक व्यक्ति यहां कुर्सी छोड़ना नहीं चाहता और दूसरा कहता है कि मैं उसे कुर्सी दे नहीं दूंगा उस पर जमा रहूंगा और उनमें राजस्थान की जनता पिस रही है।
वसुंधरा ने कहा कि हम यह संकल्प लेकर आज निकलेंगे कि इस कंस रूपी गहलोत की सरकार को उखाड़ कर फेंकना है। यह काम हम भरतपुर की पवित्र धरती से शुरू करेंगे। हमने जो गोवर्धन की यात्रा मिलकर की थी उसके अंदर हमने यह संकल्प लिया था और आज यहां से भी वह संकल्प लेकर हम जाएंगे ।