कन्हैयालाल हत्याकांड के गवाह की बेटी की शादी का खर्च उठाएगी वसुंधरा राजे, एक लाख की मदद भी दी
जयपुर। उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) हत्याकांड के चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा से मिलने के लिए उनके घर पहुंचीं। जहां पर राजे ने परिजनों से मुलाकात करते हुए शर्मा के हालात के बारे में जानकारी ली। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने यहां पर उनकी बेटी की शादी की सम्पूर्ण जिम्मेदारी उठाते हुए परिजनों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी दी।
गौरतलब है कि राजे पिछले साल भी शर्मा के परिवार से मिलने के लिए यहां आई थीं। वहीं दो दिन के भरतपुर दौरे पर आए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। गोयल ने कहा कि कन्हैया लाल हत्याकांड मामले में यदि गहलोत सरकार चाहती तो स्पेशल कोर्ट बनाकर आरोपियों को फांसी की सजा दिला सकती थी। गोयल ने कहा राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह फास्ट ट्रैक कोर्ट से पीड़ितों को न्याय दिलवाए और आरोपियों को सजा दिलवाए।
जो भी मदद होगी, हम करेंगे: राजे
राजे हत्याकांड के अहम गवाह रावजी का हाटा स्थित बाबेल स्ट्रीट में रहने वाले राजकुमार शर्मा के घर पहुंचीं। गली के बाहर रास्ता संकरा होने से कार नहीं जा पा रही थी। ऐसे में राजे ई रिक्शा से राजकुमार शर्मा के घर पहुंचीं। यहां राजकुमार की पत्नी पुष्पा और बच्चों से मुलाकात की। पूर्व सीएम राजे ने राजकुमार की पत्नी और बेटे से बातचीत की। राजे ने बताया कि वह यहां इनकी वास्तविक स्थिति देखने और उनकी तबीयत जानने आई थीं। जो भी मदद होगी हम करेंगे।
राजे ने जब परिजनों से बात कि तो उन्होंने कहा कि उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में के वल पांच लाख रुपए मिले हैं। इसके अलावा किसी को भी नौकरी नहीं मिलने से घर का गुजारा चलाना मुश्किल हो रहा है। परिजनों ने यह भी कहा कि उन्हें यहां पर रहने में परेशानी आ रही है। साथ ही आसपास का माहौल सही नहीं होने से कई अन्य जगह पर मकान दिलाने की मांग रखी।
राजे बोली-राजकुमार के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
कांग्रेस के मंत्रियों का पलटवार
कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से शुक्रवार को दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि गलत बयान देने के लिए शाह को माफी मांगनी चाहिए। वहीं मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि अगर जांच प्रदेश सरकार के पास होती तो अब तक कातिल फांसी के फंदे पर होते।
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