'गलती ही नहीं सच को भी चुकानी पड़ती है कीमत' गुढ़ा की बर्खास्तगी पर राजे का गहलोत सरकार पर तंज
Vasundhara Raje : जयपुर। गहलोत सरकार के मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद बीजेपी पूरी तरह कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने आपको गांधीवादी बताने वाली कांग्रेस ने सच बोलने पर अपने ही मंत्री को बर्खास्त कर दिया। इससे यह साबित हो गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की भयावह स्थिति को संभालना अब उनके बस की बात नहीं है। हालांकि, सीएम गहलोत साफ कह चुके है कि ये उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है और हम अपने हिसाब से इस मुद्दे पर चर्चा कर लेंगे। इधर, राजेंद्र सिंह गुढ़ा की घर वापसी पर भी अब विराम लग गया है। क्योंकि बसपा प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने साफ कह दिया है कि गुढ़ा ने कई बार पार्टी के साथ विश्वासघात किया है।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि कहने को तो हर गलती कीमत मांगती है। लेकिन, वास्तविकता में यहां हर सच को कीमत चुकानी पड़ती है। कुछ ऐसा ही गहलोत सरकार के मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के साथ हुआ है। राजे ने गांधी के तीन बंदरों की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि सच-न सुनेंगे, न देखेंगे, न बोलेंगे। राजे ने कहा कि अपने आपको गांधीवादी बताने वाली कांग्रेस ने सच बोलने पर अपने ही मंत्री को बर्खास्त कर साबित कर दिया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की भयावह स्थिति को सम्भालना अब उनके बस की बात नहीं है। कहने को तो हर गलती क़ीमत मांगती है। लेकिन, वास्तविकता में यहाँ हर सच को क़ीमत चुकानी पड़ती है।
गुढ़ा की घर वापसी पर भी लगा ब्रेक
राजेंद्र गुढ़ा को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने के बाद कयास लगाए जा रहे थे वो फिर से बसपा में शामिल हो सकते है। लेकिन, राजस्थान बसपा प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा साफ कह दिया है कि ऐसे धोखेबाज को पार्टी में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा ने दो बार बसपा के साथ विश्वासघात किया है। साल 2008 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर गुढ़ा कांग्रेस में चले गए थे। बाद में 2018 में गुढ़ा ने फिर से बसपा का दामन थामा था। लेकिन, चुनाव जीतते ही फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। ऐसे में राजेंद्र गुढ़ा सहित उन 6 विधायकों की घर वापसी नहीं होगी, जो कांग्रेस के साथ चले गए थे।