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शताब्दी एक्सप्रेस से भी तेज दौड़ेगी राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन, इन 3 स्टेशनों पर ही होगा ठहराव

राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट तक चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को इस एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
11:07 AM Apr 11, 2023 IST | Anil Prajapat
शताब्दी एक्सप्रेस से भी तेज दौड़ेगी राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन  इन 3 स्टेशनों पर ही होगा ठहराव

Vande Bharat train : जयपुर। राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट तक चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को इस एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री 12 अप्रैल को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना करेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस की नियमित सेवा 13 अप्रैल 2023 से शुरू होगी और जयपुर, अलवर और गुड़गांव में ठहराव के साथ अजमेर और दिल्ली कैंट तक चलेगी।

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शताब्दी एक्सप्रेस से भी होगी तेज

अभी इस रूट पर चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस सबसे तेज ट्रेन है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच की दूरी 5 घंटे 15 मिनट में तय करेगी। इसी रूट की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट तक 6 घंटे 15 मिनट का समय लेती है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस इस रूट पर चलने वाली मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में 60 मिनट तेज होगी। इससे एक घंटे की बचत होगी।

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अजमेर दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस हाई राइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक ओएचई पर संचालित दुनिया की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन होगी। यह ट्रेन पुष्कर, अजमेर शरीफ दरगाह आदि सहित प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। कनेक्टिविटी के विस्तार से क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इसकी स्पीड भी 110 ही रहेगी। आम जनता के लिए 13 अप्रैल से यह ट्रेन चलेगी।

15 फरवरी 2019 को चली थी पहली वंदे भारत

वंदे भारत देश की पहली सेमी हाई.स्पीड ट्रेन है, जो पहली बार 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली से उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लिए चली थी। राजस्थान से वंदे भारत ट्रेन शुरू होने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 14 हो जाएगी। खात बात यह होगी कि यह पूर्ण रूप से स्वदेश में निर्मित है।

यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली कवच सहित अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और आपात स्थिति में यात्री पायलट से बात कर सकते हैं। गेट भी तभी खुलेंगे जब ट्रेन स्टेशन पर रुक जाएगी। चलने से पहले गेट स्वचालित रूप से बंद हो जाएंगे।

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