पिता के सफल ऑपरेशन पर बेटियों ने मांगी थी मन्नत…वैष्णो देवी से दर्शन कर लौटते समय आई बुरी खबर
जयपुर। हरियाणा के रोहतक में रविवार को तेज रफ्तार कार का कहर देखने को मिला। यहां तेज रफ्तार कार ने हाईवे पर आगे चल रहे ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में दंपति की मौत हो गई, जबकि बेटा और 2 बेटियां गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका ऑपरेशन होना है। मृतक जयपुर के निवासी है। परिवार 25 अक्टूबर को वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गया था। रविवार को परिवार वैष्णो देवी से दर्शन कर वापस जयपुर लौट रहा था। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया।
यह खबर भी पढ़ें:- मासूम सा चेहरा…पर खतरनाक ‘डॉन’, 19 साल के योगेश कादियान के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस
किराए की गाड़ी लेकर गए थे वैष्णो देवी...
जानकारी के अनुसार, गोविंद अग्रवाल (57) मूलतः त्रिपोलिया हाल श्री रतना अपार्टमेंट पीतल फैक्ट्री, बनीपार्क में रहता था। 25 अक्टूबर को गोविंद अग्रवाल अपनी पत्नी रेणू अग्रवाल (54), बेटी शिप्रा अग्रवाल (25), हर्षा (23) और बेटे दिव्यम के साथ किराए पर इनोवा कार लेकर वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए थे। लौटते समय उनकी गाड़ी ट्रक से टकरा गई। हादसे में गोविंद और उनकी पत्नी रेणू अग्रवाल की मौत हो गई। जबकि बेटी शिप्रा अग्रवाल, हर्षा और बेटे दिव्यम का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे में ड्राइवर को खरोंच तक नहीं आई।
परिजन उमाशंकर अग्रवाल ने बताया कि रविवार सुबह हरियाणा पुलिस से जानकारी मिली कि रोहतक जिले के निंदाना गांव के पास गोविंद अग्रवाल की कार आगे चल रहे ट्रक से टकरा गई। हादसे की सूचना पर परिवार के लोग रोहतक पहुंचे। देर रात एंबुलेंस से गोविंद और रेणू के शव लेकर जयपुर आए।
यह खबर भी पढ़ें:- पीएम के लिफाफे से 21 रुपए निकलने का सच, प्रियंका गांधी को पड़ा भारी, जानिए क्या बोले मंदिर के पुजारी
पिता के सफल ऑपरेशन पर बेटियों ने मांगी थी मन्नत…
उमाशंकर ने बताया कि उनका छोटा भाई गोविंद अग्रवाल गोविंद गोपाल जी का रास्ता में जवाहरात का काम करता था। गोविंद को कैंसर था और करीब 1 साल पहले गोविंद का ऑपरेशन हुआ था। दोनों बेटियां बेंगलुरु में प्राइवेट कंपनी में जॉब (वर्क फ्रॉम होम) करती हैं। बेटा दिव्यम कॉलेज में पढ़ रहा है। गोविंद की बेटियों ने पिता के सफल ऑपरेशन और कैंसर से ठीक होने पर वैष्णो देवी के दर्शन करने की मन्नत मांगी थी। 5 दिन पहले पूरा परिवार माता के दर्शन के लिए निकला था और रविवार को घर लौटने वाला था।