UPSC Result 2022 में फिर चमका राजस्थान, इन दो अधिकारियों के बच्चे बने IAS
UPSC CSE Result 2022: देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली सिविल सेवा की 2022 परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं जहां एक बार फिर लड़कियों का जलवा देखने को मिला है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2022 के फाइनल रिजल्ट में दिल्ली की रहने वाली इशिता किशोर ने टॉप किया है. वहीं दूसरे पायदान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन ने जगह बनाई है. इसके अलावा यूपीएससी के नतीजों में राजस्थान के भी कई होनहार चमके हैं जिन्होंने अलग-अलग रैंक पर जगह बनाकर सिविल सेवा का सपना साकार किया है.
बता दें कि 18 अप्रैल को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए इंटरव्यू खत्म हो गए थे जहां मेन परीक्षा में सफल होने के बाद 2,529 उम्मीदवारों को इंटरव्यू का बुलावा भेजा गया था. मालूम हो कि यूपीएससी ने इस साल आईएएस, आईपीएस समेत सभी 1011 पदों पर भर्ती निकाली थी.
जयपुर के अभिजीत की 440वीं रैंक
राजधानी जयपुर के गोपालपुरा में रहने वाले अभिजीत यादव ने देशभर में 440वीं रैंक हासिल की है जहां उनहोंने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है. अभिजीत के पिता अनूप सिंह यादव सीएम सिक्योरिटी टीम में तैनात है. अभिजीत ने बताया कि उन्होंने टाइम मैनेजमेंट करते हुए दूसरे अटेंप्ट में यह रैंक हासिल की है.
कार्तिक वर्मा की 767वीं रैंक
यूपीएससी के नतीजों में जयपुर के कार्तिक वर्मा ने 767 रैंक बनाई है. जानकारी के मुताबिक कार्तिक राजस्थान सरकार में अधिकारी सीएल वर्मा के बेटे हैं. बता दें कि सीएल वर्मा वर्तमान में मंत्री ममता भूपेश के पीएस के तौर पर पोस्टेड हैं. इसके अलावा जयपुर के ही रहने वाले अभिजीत जिनकी 440वीं रैंक बनी है उन्होंने पहले भी मेंस एग्जाम दिया था लेकिन उनको कामयाबी नहीं मिली. अभिजीत ने मुंबई से बीटेक किया है और इसके बाद से वह यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे.
बीकानेर की बेटी ने मारी बाजी
वहीं बीकानेर की रहने वाली अनुप्रिया चौधरी को यूपीएससी में 239वीं रैंक मिली है. अनुप्रिया बीकानेर में स्वास्थ्य विभाग में तैनात संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी की बेटी है. अनुप्रिया ने जयपुर के एमएनआईटी से बीटेक किया है जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. बता दें कि अनुप्रिया का यह चौथी अटेंप्ट था.
सीकर के मुकेश को मिली सफलता
इसके साथ ही सीकर के लक्ष्मणगढ़ के रहने वाले मुकेश ढाका ने 755वीं रैंक के साथ सफलता हासिल की है. मुकेश कपास गांव के रहने वाले हैं जिनके पिता चिमन सिंह ढाका जयपुर शासन सचिवालय में जॉइंट एलआर के पद पर काम करते हैं. बता दें कि यह मुकेश चौथा प्रयास था.
वहीं दौसा के बापी गांव के रहने वाले रामभजन प्रजापत का भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन हो गया है. राम भजन प्रजापत वर्तमान में दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं जिन्होंने 667 वीं रैंक प्राप्त की है.