Parliament Budget Session : राहुल गांधी के बयान पर हंगामा, कल तक के लिए स्थगित हुई दोनों सदनों की कार्यवाही
Parliament Budget Session : राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान और हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले में आज भी संसद हंगामे की भेंट चढ़ गई। सत्ता पक्ष ने राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) सदन में आकर माफी मांगने की बात की, तो विपक्ष अडाणी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर हमलावर रहा।
कल तक के लिए स्थगित हुए संसद के दोनों सदन
संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के नेता पीयूष गोयल ने राहुल गांधी का मुद्दा उठाया, गोयल के साथ ही समूचा सत्ता पक्ष राहुल गांधी के माफी मांगने पर अड़ा रहा। इसके विरोध में विपक्ष की तरफ से लगातार अडाणी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर जेपीसी की मांग उठाई गई। भारी हंगामे के चलते पहले तो दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर 2:00 बजे तक स्थगित कर दिया गया, इसके बाद जब कार्यवाही शुरू हुई तो फिर से हंगामे के चलते दोनों ही सदन बुधवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिए गए। इसके बाद विपक्ष ने संसद में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं आज राहुल गांधी के स्वदेश वापस आने की संभावना है। राहुल गांधी आज भारत लौटेंगे और कल संसद में उपस्थिति दर्ज कराएंगे। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि किस बात की माफी राहुल गांधी मांगे ? माफी तो भाजपा को मांगनी चाहिए। वहीं सांसद जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार हमारी मांग पर लगातार इनकार कर रही है, जिससे संसद में गतिरोध बना हुआ है सिर्फ यही एकमात्र मुद्दा है बाकी दूसरे जिन बातों पर हंगामा हो रहा है वह प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी देश का, जनता का संसद का ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हैं।
जो प्रधानमंत्री बाहर जाकर कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी बोलते हैं वो..
इधर शशि थरूर ने कहा कि सत्ता पक्ष माफी की मांग उठा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश में जाकर कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी बोल देते हैं उसका कुछ नहीं ? विदेश में इस तरह के बयान मोदी देते हैं कांग्रेस नहीं।
70 साल तक किसने तानाशाही की?
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस तानाशाही की बात करती है, जरा कांग्रेस बता दे कि देश में 70 साल तक किसने तानाशाही की? उनकी खुद की पार्टी में किस तरह की तानाशाही चल रही है? मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कैसा व्यवहार होता है यह सबको पता है। राहुल गांधी और उनकी ड्रामा कंपनी को लगता है कि वही देश में शासन करने के लिए पैदा हुए हैं।