राजसमंद नगर परिषद की बजट बैठक में जमकर हंगामा, भाजपा ने सभापति अशोक टांक पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
राजसमंद नगर परिषद की बजट बैठक में आज जमकर हंगामा किया गया। भाजपा पार्षदों ने सभापति अशोक टांक पर तानाशाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया। भाजपा पार्षद सभागार के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने सभापति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इस हंगामे के बीच ही सभापति ने बजट पारित कर दिया
हंगामे के बीच ध्वनिमत से पारित हुआ बजट प्रस्ताव
आज नगर परिषद की बजट बैठक नगर परिषद सभागार में आयोजित की गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता सभापति अशोक टांक कर रहे थे। उन्होंने बैठक में 1 अरब 95 करोड़ 23 लाख 73 हजार रुपए का बजट प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत ने पिछले बजट बैठक के बिंदुओं पर चर्चा के साथ ही समितियों का गठन समेत कई मुद्दे उठाए और इन पर चर्चा की मांग की। इसी बात को लेकर पक्ष और विपक्ष के लोग आमने-सामने हो गए और बैठक में जमकर हंगामा शुरू हो गया।
इसलिए किया हंगामा
बैठक में भाजपा पार्षदों ने बजट की प्रतियां भी हवा में उछाली और पानी की बोतलें भी फेंकी। हंगामे के बाद भाजपा पार्षदों ने बजट बैठक का बहिष्कार कर दिया और सभागार के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उधर कांग्रेसी पार्षदों ने ध्वनिमत से बजट पारित कर दिया। विपक्षी पार्षदों का आरोप था कि नगर परिषद विकास के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं कराकर तानाशाही की जा रही है और चौराहे का नामकरण कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2 साल से भी ज्यादा हो गया है लेकिन अभी तक नगर परिषद में समितियों का गठन नहीं हो पाया।
भाजपा पार्षदों ने आरोप लगाया कि कांग्रेसी पार्षद चर्चा से बचना चाहते थे और तानाशाही पूर्वक इस बजट को पास कराना चाहते थे। इसलिए बैठक में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। उधर सभापति ने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षदों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया इसी वजह से बैठक में हंगामा शुरू हुआ। सभापति ने इस बजट को नगर के विकास में अहम योगदान देने वाला बताया।