बेमौसम की बारिश ने किसानों के निकाले आंसू, फसलें चौपट
अजमेर। जिले में पिछले दो दिनों से हुई बारिश ने किसानों के आंसू निकाल दिए हैं। बारिश ने एक तरफ जहां किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है वहीं खेतों में लहलहाती फसलें आड़ी गिर गई हैं। खेतों में पानी भरने से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कड़ी मेहनत के बाद तैयार फसल को बर्बाद होते देख किसानों की आंखे नम दिख रही हैं। मौसम की मार के आगे हताशा से भरे किसान अब सरकार की तरफ देख रहे हैं। किसान राज्य सरकार से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा पाकर राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
गौरतलब है कि अजमेर जिले में रविवार और सोमवार को तेज बारिश हुई। इससे गर्मी से तो लोगों को राहत मिली लेकिन किसानों के लिए यह बारिश बर्बादी लेकर आई। वहीं निचले इलाकों की बस्तियों के लोगों को भी पानी भरने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर शहरी सीमा से लगते हुए खानपुरा और दौराई क्षेत्र के खेतों में पानी भर गया है। इसके चलते सब्जी की सभी फसलें चौपट हो गई हैं। इससे किसान खासे मायूस हुए हैं। किसानों का कहना है कि बेमौसम की बारिश ने कमर तोड़ दी है।
एक हजार परिवार कृषि पर आश्रित
खानपुरा निवासी किसान सुगन सिंह रावत ने बताया कि आस-पास के सभी खेतों में पानी भर गया है। इन खेतों पर लगभग एक हजार कृषक परिवार आश्रित हैं। किसानों ने अपने खेतों में ककड़ी, भिंडी, लौकी, करेले, मिर्ची की फसल लगा रखी थी। इस बारिश से सब्जी की सभी फसलें नष्ट हो गई हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते ही यह हाल हुआ हैं। प्रशासन नालों की सफाई भी समय से नहीं करवाता, इससे आनासागर का पानी उनके खेतों तक पहुंच जाता है।
बारिश थमी, पानी की आवक जारी
बारिश थमे हुए लगभग 24 घंटे होने के बाद भी पानी तेज प्रेशर से खेतों तक आ रहा है। सुगन सिंह ने कहा कि महंगाई के चलते एक बीघा की फसल लगाने में ही उन्हें लगभग 15 हजार तक का बीज खरीदना पड़ता है। वहीं अन्य खर्चतो अलग हैं। ऐसे में इस बारिश ने एक बार फिर किसानों की कमर तोड़ दी है। अब तो किसान सरकार की ओर से मुआवजे की आस लगाकर बैठा है। सुगन सिंह ने कहा कि पूर्व में गेहूं की फसल भी खानपुरा व आस-पास के लोगों के खेतों में पानी भरने से नष्ट हो गई थी।
किसानों को जल्द मिले मुआवजा
पूर्व सरपंच प्रतिनिधि व भाजपा युवा नेता चन्द्रभान गुर्जर ने बताया कि बारिश से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार तत्काल प्रभाव से पटवारी और गिरदावरों से नुकसान का आंकलन करवाकर विशेष आर्थिक पैकेज किसानों के लिए जारी करें व फसल बीमा कंपनियों को भी किसानों को क्लेम राशि तत्काल देने के लिए पाबंद करें।
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