'भ्रष्टाचार' पर गहलोत सरकार ने कसा शिकंजा, निलंबित ASP दिव्या के रिसॉर्ट पर गरजा 'पीला' पंजा
उदयपुर। पेपर लीक करने वालों के बाद अब गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। नकल गिरोह के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका के कोचिंग सेंटर और सरगना भूपेंद्र सारण के घर पर बुलडोजर चलने के बाद अब गहलोत सरकार ने रिश्वत मामले में पकड़ी गई निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया है। शुक्रवार सुबह यूआईटी की टीम दिव्या मित्तल के उदयपुर स्थित रिसोर्ट पहुंची। जहां पर पुलिस की मौजूदगी में दिव्या के रिसोर्ट को बुलडोजर से ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
उदयपुर से 20 किलोमीटर दूर स्थित नेचर हिल्स पैलेस रिसॉर्ट के अवैध अतिक्रमण को लेकर यूआईटी ने 1 मार्च को नोटिस जारी किया था। इसके बाद गुरुवार शाम यूआईटी की टीम दिव्या के रिसॉर्ट पर पहुंची थी। जहां पर देर रात तक रिसॉर्ट को खाली कराया गया। शुक्रवार तड़के यूआईटी के अधिकारियों ने रिसॉर्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद है। यूआईटी के अधिकारी बुलडोजर की मदद से दिव्या मित्तल के रिसॉर्ट को ढहाने में लगे हुए है। बता दे कि दिव्या के लग्जरी रिसॉर्ट में 36 लक्जरी रूम्स, स्विमिंग पूल्स और पार्टी लॉन भी हैं।
16 जनवरी को पकड़ी गई थी दिव्या मित्तल
गौरतलब है कि उत्तराखंड के हरिद्वार में दवा फैक्ट्री के मालिक से 2 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में जयपुर एसीबी की टीम ने 16 जनवरी को अजमेर में एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया था। साथ ही एसीबी ने मित्तल के अजमेर स्थित एआरजी सिटी में आवास पर, एसओजी स्थित उनके ऑफिस, जयपुर स्थित फ्लैट, उदयपुर के रिसॉर्ट और झुंझुनूं जिले में चिड़ावा स्थित इनके पैतृक निवास पर सर्च की कार्रवाई की थी। राज्य के गृह विभाग ने 19 जनवरी को दिव्या मित्तल को निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। निलम्बनकाल में उसका हेडक्वार्टर डीजीपी ऑफिस राजस्थान जयपुर रखा है। दिव्या मित्तल अभी अजमेर की जेल में बंद है।
प्रदेश में बुलडोजर की तीसरी बड़ी कार्रवाई
गहलोत सरकार ने प्रदेश में बुलडोजर की तीसरी बड़ी कार्रवाई की है। इससे पहले जयपुर में जेडीए की टीम ने करीब दो महीने पहले सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले के सरगना भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के अधिगम कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चलाया था। जेडीए ने करीब सवा दो घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को धराशायी कर दिया था। लेकिन, दूसरा हिस्सा गिराने में जेडीए को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसके बाद जेडीए की टीम ने 14 जनवरी को आरोपी भूपेंद्र सारण के घर पर बुलडोजर चलाया था।