जयपुर में भ्रष्टाचारियों पर कसी नकेल…मत्स्य विभाग और CGST के अफसराें सहित 4 को दबोचा
जयपुर। राजधानी जयपुर में शुक्रवार को भ्रष्टाचारियों की धरपकड़ में दो बड़ी कार्रवाई हुई। पहली कार्रवाई एसीबी ने तथा दूसरी कार्रवाई सीबीआई ने की। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार रात मत्स्य विभाग के डायरेक्टर (आईएएस) प्रेमसुख बिश्नोई और एडिशनल डायरेक्टर राकेश देव को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। जयपुर एसीबी टीम ने दोनों अफसरों को टोंक रोड स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया। दोनों अधिकारियों को पूछताछ के लिए एसीबी दफ्तर ले जाया गया।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि परिवादी ने अगस्त में टोंक में फिश फार्मिंग के लिए टेंडर लिया था। नवंबर में लाइसेंस के लिए डिमांड की, लेकिन लाइसेंस नहीं दिया। इसके बाद वह लाइसेंस के लिए कई बार चक्कर लगा चुका था। उसे कहा गया कि एक लाख रुपए की व्यवस्था करो। इस पर परिवादी ने गुरुवार को एसीबी से संपर्क किया। गुरुवार को ही वेरिफिकेशन कराया गया। इसके बाद सूचना कंफर्म हो गई।
अफसरों के ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई जारी
एडिशनल डायरेक्टर राके श देव को शुक्रवार को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया गया। राकेश देव ने यह पैसा डायरेक्टर के कहने पर लिया था। इसलिए डायरेक्टर को भी ट्रैप किया गया। एसीबी के पास दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत है। एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि आईएएस प्रेम सुख बिश्नोई और एडिशनल डायरेक्टर राकेश देव के ठिकानों पर भी सर्च की जा रही है। दोनों के घर और अन्य ठिकानों पर सर्च में कु छ मिल सकता है।
घूसखोरी में इंस्पेक्टर व दलाल अरेस
सीबीआई ने जयपुर में 10 लाख रुपए रिश्वतखोरी मामले में स्टेट जीएसटी निरीक्षक सहित दो जनों को गिरफ्तार किया है। तीसरा आरोपी आईआरएस संदीप पायल फरार है। यह कार्रवाई राजधानी जयपुर में हुई। सीबीआई ने दस लाख रुपए की घूसखोरी में सीजीएसटी इंस्पेक्टर अंकित असवाल व दलाल रूपलक्ष्मी ज्वैलर्स के मालिक को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक जोधपुर के चंपालाल सोनी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि इंस्पेक्टर अंकित असवाल ने 24 दिसंबर 2021 को उनके घर पर तलाशी ली थी।
बाद में गिरफ्तारी का भय दिखाकर मामला रफा दफा करने के लिए रिश्वत मांगी। उसने फोन कर कहा कि आईआरएस संदीप पायल से बात हो गई है। असवाल ने चंपालाल को रिश्वत के दस लाख रुपए रूपलक्ष्मी ज्वैलर्स के यहां पहुंचाने को कहा। सीबीआई ने शिकायत मिलने के बाद ट्रैप बिछाया एवं मध्यस्थ व्यक्ति को वर्तमान में निवारक अधिकारी अंकित असवाल को दलाल के साथ 10 लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा। आईआरएस संदीप पायल अभी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों को विशेष अदालत, सीबीआई, जोधपुर के समक्ष पेश किया जाएगा।