होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

Tripura Election 2023: वोटिंग खत्म, शाम 5 बजे तक 76.68% हुआ मतदान, सत्ता का भविष्य अब 2 मार्च को

06:01 PM Feb 16, 2023 IST | Sanjay Raiswal

अगरतला। त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए सुबह 7 बजे से जारी वोटिंग खत्म हो गई है। शाम 5 बजे तक 76.68% मतदान हुआ। फिलहाल, ये आंकड़े अभी अपडेट हो सकते है। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को घोषित होंगे। सिंगल फेज में हुए चुनाव में 20 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 259 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस बार राज्य में कुल 3,337 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। मतदान के लिए पोलिंग बूथ पर चप्पे-चप्पे पर मजबूत सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई। दोपहर 3 बजे तक 69.96 % मतदान हो चुका है। सुबह से शांतिपूर्वक चले मतदान के बीच दक्षिणी त्रिपुरा के 36- शांतिर बाजार में कलाचेरा बूथ के बाहर एक सीपीआई समर्थक के साथ मारपीट की खबर सामने आई। मारपीट में घायल हुए व्यक्ति को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। इधर, त्रिपुरा के हरिपुर गांव के (दासपारा) ऋषिमुख में कुछ लोगों ने हमला कर मतदाताओं को वोटिंग करने से रोका गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से की मदतान करने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा के लोगों से शत-प्रतिशत मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं त्रिपुरा के लोगों से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र के त्योहार को मजबूत करने का आग्रह करता हूं। मैं विशेष रूप से युवाओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान करता हूं। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ट्वीट कर कहा कि त्रिपुरा के लोग बदलाव के लिए एकजुट हैं। मैं सभी से, विशेषकर युवाओं से, ईमानदारी से आग्रह करता हूं कि बाहर निकलें और लोकतंत्र के उत्सव में भाग लें और शांति और प्रगति के लिए मतदान करें और बिना डरे मतदान करें।

बता दें कि 2018 में त्रिपुरा में 90% मतदान हुआ था और भाजपा ने सरकार बनाई थी। इस बार भी मुकाबला सत्तारुढ़ भाजपा और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन के बीच है। यह मुकबला इस मायने में दिलचस्प है कि क्योंकि भाजपा के खिलाफ यहां पहली बार कांग्रेस-लेफ्ट ने गठजोड़ किया है। भाजपा ने 2018 में माणिक सरकार के नेतृत्व वाली लेफ्ट सरकार का करीब 30 साल का शासन खत्म किया था।

Next Article