RPF जवान नरसंहार: ASI का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार, देशभक्ति गीतों से गूंज उठा पूरा गांव
Jaipur Train firing Case: जयपुर। जयपुर-मुंबई ट्रेन में हुई फायरिंग में मारे गए सवाई माधोपुर जिले के आरपीएफ एएसआई टीकाराम मीणा का बुधवार को राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान बेटे राजेन्द्र उर्फ दिलखुश ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इधर, जयपुर के यात्री असगर अली के शव को आज शास्त्रीनगर स्थित क्रबिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है।
एएएसआई टीकाराम मीणा की पार्थिव देह को सुबह 4.15 बजे पश्चिम एक्सप्रेस से सवाईमाधोपुर लाया गया। रेलवे स्टेशन पर परिजन और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। यहां से टीकाराम मीणा की शव यात्रा रवाना होकर सुबह 6 बजे उनके गांव श्यामपुरा पहुंची। इस दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शवयात्रा का स्वागत किया गया। साथ ही भारत माता की जय और टीकाराम अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजयमान हो गया।
परिजनों ने रखी कई मांग, समझाइश से बनीं बात
शवयात्रा के पैतृक गांव श्यामपुरा पहुंचने के बाद टीकाराम मीणा के शव को अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर रखा गया। लेकिन, तभी परिजनों व ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया और शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों ने श्यामपुरा के सरकारी स्कूल का नाम टीकाराम मीणा के नाम पर रखने,
टीकाराम को शहीद का पैकेज देने व एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की। जिस पर एसडीएम कपिल शर्मा ने परिजनों व ग्रामीणों से समझाइश की। लेकिन, वो नहीं माने और बाद में मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
राजकीय सम्मान से किया अंतिम संस्कार
इसके बाद टीकाराम मीणा के पैतृक गांव श्यामपुरा से शव यात्रा श्मशान घाट पहुंची। जहां पर टीकाराम का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान आरपीएफ के जवानों ने उन्हें गॉड ऑफ ऑनर दिया और बेटे राजेन्द्र उर्फ दिलखुश ने पिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर हर किसी की आंखों में आंसू थे।
अंतिम यात्रा में विधायक दानिश अबरार, जिला प्रमुख प्रतिनिधि डिग्गी प्रसाद मीणा, एसडीएम कपिल शर्मा, सीओ सिटी शकील अहमद, आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट राजेश दीक्षित सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान व आरपीएफ के जवान और हजारों की तादात में ग्रामीण मौजूद रहे।
रेलवे ने किया था मुआवजे का ऐलान
एएसआई टीकाराम मीणा 2025 में रिटायरमेंट होने थे। रेलवे ने मृतक एएसआई मीणा के परिजनों के लिए 25 लाख की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी। टीकाराम मीणा के परिवार में उनकी पत्नी, 25 वर्षीय बेटा और 18 व 20 साल की दो बेटियां हैं। ASI टीकाराम मीणा के बेटे राजेंद्र और बेटी पूजा की शादी हो चुकी है।
फायरिंग में 4 लोगों की हुई थी मौत
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में सोमवार सुबह हुई फायरिंग की घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी। आरपीएफ के कांस्टेबल चेतन सिंह ने सुबह करीब 5 बजे पालघर स्टेशन के पास चलती ट्रेन में अपने स्वचालित हथियार से अपने ही साथी पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें एएसआई टीकाराम मीणा की मौत को गई थी, जो राजस्थान के सवाई माधोपुर में श्यामपुरा के रहने वाले थे। एएसआई टीकाराम मीणा के अलावा तीन मृतक यात्रियों की पहचान अब्दुल कादिरभाई भानपुरवाला (48), असगर अली (48) और सदर मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई थी।
वारदात के बाद सुबह करीब 6 बजे यात्रियों द्वारा जंजीर खींचने पर ट्रेन मुंबई के मीरा रोड और दहिसर स्टेशनों के बीच रुकी, तो आरोपी उतर कर भागने लगा। तभी जीआरपी के जवानों ने उसे दबोच हथियार कब्जे में लिया था। शुरूआती जांच में सामने आया है कि आरोपी कांस्टेबल चेतन सिंह बीमार था। ऐसे में वह शिफ्ट खत्म होने से पहले ही ड्यूटी से जाना चाहता था। लेकिन, सीनियरों ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसने आपा खो दिया और फिर चलती ट्रेन में अपने साथी सहित अन्य तीन लोगों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
ये खबर भी पढ़ें:-पति की हैवानियत, गला घोंट कर पत्नी और 2 साल की बेटी को मारा, गूगल पर खोजा हत्या का तरीका