भरतपुर में रोड क्रॉस कर रही 3 महिलाओं को अज्ञात वाहन ने कुचला, धार्मिक कार्यक्रम में जा रही थी जयपुर
भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। भरतपुर के हलैना थाना इलाके में अलसुबह एक अज्ञात वाहन ने तीन महिलाओं को रौंद दिया। हादसे में तीनों महिलाओं की मौत हो गई। तीनों महिला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली थीं। वह जयपुर भोलेबाबा के सत्संग सुनने के लिए जा रहीं थीं। यह हादसा भरतपुर के हलैना थाना क्षेत्र के झालाटाला इलाके में मंगलवार सुबह 5 बजजे हुआ।
जानकारी के अनुसार, यूपी के बुलंदशहर से करीब 40 लोग भोलेबाबा के सत्संग सुनने के लिए जयपुर जा रहे थे। सुबह करीब पांच बजे बस को ड्राइवर ने झालाटाला के पास टॉयलेट करने के लिए रोका तभी बस से मुन्नी (50), सरोज (55), विमलेश (56) निवासी बुलंदशहर टॉयलेट के लिए रोड क्रॉस कर रही थी। इसी दौरान तेज रफ्तार से एक वाहन आया और उन्हें रौंदते हुए निकल गया। घटना का शोर होते ही लोग बस से उतर मौक पर पहुंचे। लोगों ने हलैना थाने पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को हलैना अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस महिलाओं के परिजनों को घटना की सूचना दे दी है।
महिलाओं ने टॉयलेट के लिए रुकवाई थी बस…
एक यात्री ने बताया कि महिलाओं ने टॉयलेट के लिए बस को रुकवाई थी। ड्राइवर ने सुबह करीब 5 बजे बस को झालाटाला के पास रोका। इस दौरान मुन्नी (50), सरोज (55) और विमलेश (56) बस से उतरीं और रोड क्रॉस किया। इस दौरान वे किसी वाहन की चपेट में आ गईं। यात्री ने बताया कि वाहन की स्पीड बहुत तेज थी। हादसे के बाद तेज गति से वह वाहन निकल गया। बस में बैठे और उतरकर नीचे खड़े लोगों ने तेज आवाज सुनी। इसके बाद वे भागकर सड़क के दूसरी साइड पहुंचे। वहां महिलाओं के कुचले हुए शव पड़े थे।
श्रद्धालुओं ने मिलकर किराए पर बुकिंग करवाई थी बस
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि भोलेबाबा के देश में जगह-जगह सत्संग होते हैं। उनका एक सोशल मीडिया अकाउंट है। जिससे होने वाले सत्संग के बारे में पता लगता है। जिसे भी सत्संग में जाना होता है वह सत्संग सुनने पहुंच जाता है। बुलंदशहर से भी लोग आते रहते हैं। आज के सत्संग के बारे में जब पता लगा तो लोगों में आपस में मिलकर एक बस किराए पर की। बुलंदशहर और अनूपशहर इलाके में भोले बाबा के भक्तों ने संगत बनाई हुई है। जिसके माध्यम से भोलेबाबा के होने वाले सत्संगों के बारे में पता लगता है। तब लोग इकट्ठे होकर सत्संग सुनने के लिए जाते हैं। सोमवार को भी हमने बस किराए पर लेकर सत्संग सुनने आए थे। बस में आसपास के गांव के 10 लोग थे। जिन तीनों महिलाओं की मौत हुई है वह भोलेबाबा के सत्संग सुनने के लिए आतीं रहती थीं। मृतका सरोज, विमलेश बुलंदशहर के अनूपशहर की रहने वाली थीं, जबकि मुन्नी बुलंदशहर में खदाना की रहने वाली थी।