नाबालिग लड़की का 5 लाख में किया सौदा, मां-बेटी को कैद कर रखा, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
कोटा। राजस्थान के कोटा में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां एक नाबालिग लड़की को बेचने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने झारखंड से एक नाबालिग लड़की (17) को लाकर राजस्थान के कोटा में बेचने की कोशिश की। आरोपियों ने लड़की और उसकी मां को एक घर में कैद कर रखा गया था। पुलिस ने रेस्क्यू कर आरोपियों के चंगुल से छुडाया।
पुलिस अधीक्षक (शहर), शरद चौधरी ने बताया कि 'बचपन बचाओ आंदोलन' के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मदद से गुरुवार को लड़की और उसकी मां को आजाद कराया। पुलिस ने नाबालिग लड़की की सौदेबाजी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान गिरिडीह के रहने वाले राजेंद्र मंडल उर्फ राजू (49) , हरला निवासी रवि कुमार (32) और कोटा निवासी ललित महेश्वरी (39) के तौर पर हुई। इन सभी की गिरफ्तारी शनिवार को हुई।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तारी के समय आरोपी नाबालिग लड़की की शादी 5 लाख रुपए लेकर करने की बातचीत कर रहे थे। लड़की और उसकी मां को आजाद कराया गया।
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'बचपन बचाओ' आंदोलन के निर्देशक मनीष शर्मा ने कहा कि लड़की और उसकी मां को 24 अगस्त को कोटा लाया गया था। आरोपियों ने दोनों मां-बेटी को कई जगहों पर बंधक बनाकर रखा था। इस दौरान तीनों आरोपियों ने लड़की की शादी 5 लाख रुपए लेकर करवाने की कोशिश की। आरोपियों ने इनका मोबाइल फोन भी इनसे छीन लिया था। किसी तरह से लड़की अपना मोबाइल फोन लेने में कामयाब हो गई। इसके बाद उसने एनजीओ हेल्पलाइन को फोन किया। जिसके बाद पीड़िता को ट्रेस करने की कोशिश शुरू की गई।
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पुलिस ने लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया और लड़की की मां को एक शेल्टर होम में भेजा गया। पुलिस ने नाबालिग लड़की का बयान दर्ज कर आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।