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जोधपुर में सुभाष हत्याकांड में पंजाब में पकडे गए तीनो आरोपी,10 लाख में हुआ था मर्डर का सोदा,जोधपुर से टीम पंजाब के लिए हुई रवाना

08:17 PM Oct 12, 2024 IST | Anand Kumar

Crime News: जोधपुर शहर में जमीन विवाद में 8 अक्टूबर को की गई युवक की हत्या से जुडे मामले में आरोपियों को अब गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा इनमें से तीन हत्यारो को पंजाब से पकडा गया है। जोधपुर में करीब 54 साल यह पुराना जमीन विवाद चल रहा था जिसमें युवक की हत्या की गई। इस पारिवारिक रंजिश में अब तक 4 लोगों का मर्डर हो चुका है, जिसमें से एक अनिल लेगा भी है। चारों आरोपियों में से एक अनिल लेगा का भाई जितेंद्र लेगा भी है। जितेंद्र ने भाई की मौत का बदला लेने के लिए पाली के रहने वाले मोनू ढोली, अनिल गोदारा व मोहम्मद आसिफ को 10 लाख सुपारी दी थी। बाकी के दो हत्यारे पाली और एक बालोतरा का रहने वाला है।

10 लाख की सुपारी देकर करवाई थी हत्या

सुभाष हत्याकांड मामले में बासनी पुलिस ने अनिल लेगा के भाई जितेंद्र लेगा को गिरफ्तार कर लिया है। जितेंद्र ने पाली के रहने वाले मोनू ढोली, अनिल गोदारा व मोहम्मद आसिफ को 10 लाख सुपारी देकर सुभाष विश्नोई की हत्या करवाना कबूल किया है। जितेंद्र ने बताया- सुभाष विश्नोई उसके भाई अनिल लेगा की हत्या में शामिल था। उसने बदला लेने के लिए मोनू ढोली और अनिल गोदारा ने संपर्क किया था। उसी के चलते सुभाष को मौत के घाट उतारा गया।

ऐसे रची पुलिस हत्या की साजिश

जितेंद्र ने बताया कि अपने भाई का बदला लेने के लिए मोनू से लड़कों की डिमांड की थी। मोनू ने यह काम खुद ही करने के लिए कह दिया। मोनू ने पहले जितेंद्र ने 70 हजार रुपए लिए और एक पिस्टल लाया। उसके बाद उसने 10 लाख रुपए में सुभाष की हत्या करना तय किया था। इसके लिए मोनू ने पाली के इंद्रा कॉलोनी निवासी मोहम्मद आसिफ को खूद के साथ शामिल किया था। आसिफ ने ही सुभाष को गोली मारी थी। जिसके बाद अब आरोपी पुलिस की पकड में आ चुके है।

दादा की हत्या की देते उलाहना इसलिए करवाई हत्या

जितेंद्र लेगा ने पुलिस को बताया- उसके दादा चतुराराम की हत्या के बाद थानाराम ने जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद समाज के सामने माफी भी मांग ली थी। हमारे परिवार ने भी दुश्मनी भुला दी थी और शांति से गांव में रहने लग गए थे। लेकिन जब मैं और मेरा भाई अनिल बड़े हुए तो गांव के लोग हर दिन दादा की हत्या की उलाहना देते थे। गांव के लोग कहते थे तेरे दादा को मारने वाले गांव में आराम से घूम रहे है। ऐसे में 2018 में जितेंद्र व अनिल ने थानाराम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। ऐसे में उसके बाद दुश्मनी ने रूकने का नाम नही लिया।

इंस्टाग्राम पर दोस्ती की फिर की गोली मारकर हत्या

आरोपियों ने पहले सुभाष से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी फिर पैसे देने के बहाने उसे घर से दूर बुलाया था। वहां बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार हत्या के तुरंत बाद आरोपी पंजाब की ओर भाग गए थे। नाकाबंदी के दौरान पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को इन्हें पकड़ा था। बताया जा रहा है कि सुभाष का मर्डर करने के लिए तीन बदमाश आए थे। इसके बाद ये तीनों पंजाब की तरफ भागे। यहां नाकाबंदी में जब हथियारों के साथ पकड़ पूछताछ की तो सामने आया कि इन्होंने ही सुभाष का मर्डर किया है। पंजाब पुलिस ने सुभाष को गोली मारने वाले मुख्य शूटर मोहम्मद आसिफ उर्फ अकरम और सुपारी लेने वाले सरदारपुरा सोजत हाल इंद्रा कॉलोनी निवासी भानू उर्फ मोनू पुत्र माणक को हिरासत में लिया।

यह है 54 साल पुराना जमीनी विवाद

मृतक के चाचा चैनाराम ने जितेंद्र लेगा, पप्पाराम व नेमाराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था। सुभाष के मर्डर की प्लानिंग डेढ़ महीने से चल रही थी। चाचा के अनुसार कि खेड़ी सालवा (जोधपुर) में एक जमीन के विवाद को लेकर हत्या हुई। दो परिवार में विवाद के कारण सुभाष के परिवार को गांव छोड़ना पड़ा। रंजिश इतनी बढ़ चुकी है कि दोनों परिवार (थानाराम-चतुराराम) के चार लोगों की मौत हो चुकी है।इधर, सामने आया कि इंस्टाग्राम पर जिन बदमाशों से दोस्ती हुई थी उनमें से एक अनिल लेगा (जिसकी जनवरी 2024 की हत्या हुई थी) का करीबी है। इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है।

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