वंशवाद पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा का प्रहार…बेटे-बेटी को राजनीति में लाने वाले नेता डूब जाते हैं जल्द
दौसा। विधानसभा चुनाव में अपने पुत्र-पुत्री को मैदान में उतारने के लिए टिकट की दौड़ में लगे कांग्रेस नेताओं को चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने सीधी नसीहत दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि बेटों को राजनीति सौंपने वाले जल्दी डूबते हैं, इसलिए मैंने अभी तक अपने बेटों को मेरी राजनीति विरासत नहीं सौंपी। लालसोट विधानसभा क्षेत्र की कांकरिया ग्राम पंचायत में क्लासरूम का शिलान्यास करने के बाद चिकित्सा मंत्री मीणा ने आमसभा में परिवारवाद और वंशवाद को लेकर अपने विचार रखते हुए कहा कि आपसे जो वोट मांगने आए, उनके पूर्वज भी विधायक रहे हैं। उनके पूर्वजों ने कितना विकास कार्य कराया, आप उसका हिसाब लें।
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मूल्यांकन करें विकास कार्यों का
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल में से मैं 27 साल छह महीने लालसोट विधानसभा क्षेत्र में जनप्रतिनिधि रहा हूं। बाकी कार्यकाल दूसरे लोगों का भी रहा है। इस दौरान मेरे कार्यकाल में हुए विकास कार्य और दूसरों के विकास कार्यों का मूल्यांकन करें। मीणा ने कहा कि हमारी सरकार चली जाती तो हम विकास कार्य नहीं करा पाते।
कई नेता जुटे परिवारवाद बढ़ाने में
कांग्रेस और भाजपा में कई नेता पार्टी लाइन से विपरीत जाकर परिवारवाद को बढ़ाने में जुट गए हैं। कई उम्रदराज नेता इसी उधेड़बुन में सक्रिय हो गए हैं कि वे खुद के लिए तो टिकट मांग ही रहे हैं, साथ ही इस जुगाड़ में भी हैं कि यदि उन्हें नहीं तो उनकी जगह परिवार के किसी सदस्य को ही टिकट मिले।
कांग्रेस में ये नेता लगे हैं जुगत बिठाने में
कांग्रेस में श्रीमाधोपुर से दीपेंद्र सिंह अपने पुत्र बालेन्दुसिंह, शिव से अमीन खां अपने पुत्र शेर मोहम्मद, कोटा उत्तर से शांति धारीवाल अपने पुत्र अमित धारीवाल, करणपुर से गुरमीत सिंह कुन्नर अपने पुत्र रूपिंदर, धोद से परसराम मोरदिया अपने पुत्र महेश और राकेश के लिए टिकट मांग रहे हैं। वहीं, बगरू से गंगादेवी अपने पुत्र रवि, खेतड़ी से जितेंद्र सिंह अपनी पुत्री सोनिया सिंह, कठूमर से बाबूलाल बैरवा अपनेपुत्र अवधेश बैरवा, गुड़ामालानी से हेमाराम चौधरी अपनी पुत्री सुनीता चौधरी और खंडेला से महादेवसिंह खंडेला अपने पुत्र गिरिराज सिंह के लिए टिकट मांग रहे हैं।
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BJP में भी बच्चों के टिकट अभिलाषी
भाजपा में पूर्व मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर अपने पुत्र धनंजय सिंह, सीकर पूर्वविधायक रतन जलधारी अपने पुत्र रमेश जलधारी, पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया अपने पुत्र राहुल बाजिया, पूर्व मंत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा अपने पुत्र दुष्यंत सिहं , पूर्व मंत्री रामप्रताप अपने पुत्र अमित और पूर्व मंत्री सुरेन्द्रपाल सिहं टीटी अपने पुत्र समनजीत सिहं , विधायक सूर्यकांता व्यास अपने पोते योगेश कुमार और गुरजंट सिंह अपने पोते गुरबीर सिहं को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। वहीं, पूर्वविधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिहं खुद के साथ ही अपने पुत्र देवायुष तथा विधायक नरपतसिहं राजवी खुद या अपने पुत्र अभिमन्यु सिहं के लिए प्रयास कर रहे हैं।