चोरी करने घर में घुसे चोरों ने मां-बेटी और भतीजी का गला रेता, महिला की मौत, पहचान होने के डर से की हत्या
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में चोरी की नीयत से घर में घुसे दो चोरों एक महिला की गला रेतकर हत्या कर दी। चोरी करते समय महिला ने दोनों बदमाशों को पहचान लिया। जिसके बाद आरोपियों ने चाकू से महिला की हत्या कर दी। इस दौरान घर में मौजूद 12 साल की भतीजी ने चोरों को देख लिया। वह मदद मांगने छत पर गई तो उसे नीचे लाकर उसके गले पर चाकू मारा।
इतना ही नहीं, चोरों ने मृतका की एक साल की बच्ची पर भी चाकू से वार किया। हालांकि, ग्रामीणों को आरोपियों का पता चल गया। ग्रामीण महिला और दोनों बच्चियों को तुरंत बिलाड़ा के सरकारी अस्पताल लेकन पहुंचे, जहां महिला की मौत हो गई। वहीं दोनों बच्चियां अस्पताल में उपचार चल रहा हैं। यह घटना बिलाड़ा थाना क्षेत्र के लांबा गांव की है। सुबह परिजनों से घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से रविवार सुबह तक दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी घर जाकर सो गए थे।
शादी में गया था परिवार, पीछे से घर में घुसे बदमाश...
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धमेंद्रसिंह यादव ने बताया कि लाम्बा गांव निवासी महेंद्र विश्नोई की पत्नी अंजू (25) अपनी एक साल की बेटी काव्या के साथ सास संग रहती थी। अंजू का पति महेंद्र ट्रक चलाता है। शनिवार को परिवार में शादी थी, इसलिए उसकी सास वहां शामिल होने गई तो 12 साल की भतीजी कुसुम को अंजू के पास छोड़ा, जिससे वह अकेली नहीं रहे। सास घर का ताला लगाकर गई थी।
सास का वृद्धावस्था पेंशन शुरू होने वाला है। ऐसे में सास गांव के ई-मित्र संचालक अनिल विश्नोई (24) से मिली थी। ईमित्र संचालक अनिल विश्नोई ने रात में वृद्धा को फोन कर पेंशन को लेकर कहा कि सुबह अपना आधार कार्ड लेकर आना। इस पर वृद्धा ने कह दिया कि वह घर पर नहीं है, सुबह बात करेगी। इससे अनिल को लगा कि घर में कोई नहीं है और चोरी की जा सकती है। इस पर उसने अपने साथी साहिल (26) को साथ लिया और चोरी के लिए दोनों पहुंचे। शनिवार रात दस बजे अनिल और साहिल घर में चोरी करने घुसे।
अंजू ने ताला तोड़ने को लेकर पूछा, बदमाशों ने मार दिया चाकू…
अनिल को यह अंदाजा था कि सभी घरवाले शादी में गए हैं। उसे यह पता नहीं था कि अंजू घर में होगी, क्योंकि घर के बाहर ताला लगा था। इस पर शनिवार रात करीब 10 बजे अनिल और साहिल ने ताला तोड़ा तो अंजू जाग गई। उसने अनिल को पहचान लिया और कहा कि अनिल ताला क्यों तोड़ा, तो वह घबरा गया। पोल खुलने के डर से दोनों ने चाकू से अंजू का गला रेत दिया। कुसुम ने आरोपियों को अंजू की हत्या करते देख लिया और छत पर चढ़कर बचाने के लिए आवाज लगाने लगी। आरोपी छत से कुसुम को पकड़ कर लाए और चाकू से गले पर वार किए। अंजू की 1 साल की बेटी पर भी चाकू से हमला किया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।
ऐसे हुआ खुलासा…
कुसुम ने अपने छोटे दादा चैनाराम को फोन किया और बताया कि ई मित्र संचालक अनिल और साहिल ने चाची उनकी बेटी काव्या और मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया है। चैनाराम तुरंत अन्य परिजन के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। अंजू की सास और अन्य परिजन भी घर पहुंच गए। तीनों घायलों को लेकर तुरंत बिलाड़ा के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चियों को भर्ती कर लिया। सुबह दोनों बच्चियों को जोधपुर रेफर कर दिया। मथुरादास माथुर अस्पताल में बच्चियों को भर्ती करवाया गया है। सूचना पर पुलिस व एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए।
मृतका का पति चलाता है ट्रक…
मृतका अंजू का पति महेंद्र ट्रक चलाता है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सास ने अंजू को भी साथ चलने के लिए बोला था, लेकिन अंजू ने यह कहकर मना कर दिया था कि उसकी बेटी एक साल की है। सर्दी का मौसम है इसलिए आप चली जाइए। अंजू की सास घर के बाहर के गेट को ताला लगाकर शादी मे शामिल होने के लिए चली गई। घर में बहू अकेली नहीं रहे इसके लिए कुसुम को भी चाची के पास सुला दिया था।