विधानसभा में राजस्व मंत्री को ‘पर्ची’ पकड़ाई तो हुआ हंगामा, कृषि कनेक्शन के मुद्दे पर हुई तकरार; जानें पूरा मामला
जयपुर। राजस्थान में16वीं विधानसभा में आज प्रश्नकाल के साथ कार्यवाही शुरू हुई. प्रश्नकाल शुरू होते ही कृषि कनेक्शन से जुड़े सवाल पर मंत्री हीरालाल नागर के जवाब के दौरान हंगामा हो गया. बिजली कनेक्शन से जुड़े सवाल को लेकर कांग्रेस विधायक जुबेर खान ने ऊर्जा मंत्री नागर को घेरने का प्रयास किया.
राजस्व मंत्री हेमंत मीणा से कांग्रेस विधायक डूंगरराम गेदर ने चकबंदी और सर्वे के लिए काम कर रही कंपनी का नाम पूछा. मंत्री ने पुराना जवाब ही पढ़कर सुनाया. इसी दौरान मंत्री को पर्ची भिजवाई गई, जिस पर कंपनी का नाम लिखा हुआ था. इसके बाद विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा.
फिर पर्ची पर विपक्ष ने घेरा
राजस्व मंत्री हेमंत मीणा से कांग्रेस विधायक डूंगरराम गेदर ने चकबंदी और सर्वे के लिए काम कर रही कंपनी का नाम पूछा. मंत्री जवाब देने में अटक रहे थे, पुराना जवाब ही पढ़कर सुनाया. वे कंपनी का नाम नहीं बता पा रहे थे. इसी दौरान मंत्री को पर्ची भिजवाई गई, जिस पर कंपनी का नाम लिखा हुआ था. मंत्री ने कंपनी का नाम बता दिया.
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री को पर्ची भिजवाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सदन में मंत्री को संसदीय कार्यमंत्री पर्ची भेजकर जवाब दिलवा रहे हैं. राजस्व मंत्री खुद जवाब देने में सक्षम नहीं हैं क्या? इस पर बीजेपी विधायकों ने आपत्ति की. कुछ देर तनातनी हुई.
कृषि कनेक्शन पर हुई तकरार
बता दें कि कांग्रेस विधायक जुबेर खान के कृषि कनेक्शन से जुड़े सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि कनेक्शन के वक्त किसान को विकल्प दिए जाते हैं वह चाहे तो ठेकेदार से ट्रांसफार्मर, पोल और तार लगवा सकता है.
दूसरा विकल्प यह होता है कि वह खुद ये सामग्री खरीदकर लगवा ले, हर खंभे के हिसाब से 700 रुपए का लेबर चार्ज डिस्कॉम किसान को दे देता है. मंत्री के जवाब पर जुबेर खान ने कहा कि यह सही नहीं है. पुराना प्रावधान होगा. किसान कहां से सामान खरीदेगा. कृषि कनेक्शनों में गड़बड़ी हो रही है.