छात्र ने विषाक्त पीकर दी जान, कॉम्पिटिशन एग्जाम में पास नहीं होने से था तनाव में
अजमेर। राजस्थान के अजमेर में नागौर जिले के रहने वाले एक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में विषाक्त पीकर जान दे दी। मृतक राजस्थान बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 95 फीसदी अंक लेकर प्रदेशभर की मेरिट में तीसरे स्थान पर रहा था। बताया जा रहा है कि वह कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा था और इसमें सफल नहीं होने के कारण वह डिप्रेशन में भी था। मृतक अपने भाई के साथ अजमेर में किराए के मकान में रहता था। क्रिश्चयनगंज थाने के एएसआई कुंभाराम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि रेम्बल रोड पर वीबी कपूर के मकान में रहने वाले युवक ने विषाक्त पीकर आत्महत्या कर ली है। सूचना पर वह मौके पर पहुंचे। शव को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
किराए पर रहकर कर रहा था तैयारी
एएसआई कुंभाराम ने बताया कि मृतक नागौर के गूलर गांव निवासी 24 वर्षीय चैनराज जाट था। मृतक ने संदिग्ध परिस्थितियों में विषाक्त पी लिया था। मृतक पिछले 6-7 साल से रेम्बल रोड पर अपने भाई देवेन्द्र के साथ वी बी कपूर के मकान में किराए से रहकर पढ़ाई कर रहा था। वह पिछले कुछ समय से कोचिंग करके कॉम्पिटिशन एग्जाम दे रहा था।
डिप्रेशन में की आत्महत्या
मृतक के परिजन ने बताया कि वह दसवीं की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक लाया और प्रदेश भर में राजस्थान बोर्ड में तीसरा स्थान प्राप्त करके नाम रोशन किया। एएसआई कुंभाराम ने कहा कि मृतक के भाई देवेंद्र ने मृतक के नौकरी नहीं लगने के कारण डिप्रेशन में रहने की बात भी कही है। देवेंद्र ने पुलिस को यह भी बताया कि वह अक्सर उसे समझाता था कि यदि नौकरी नहीं लगेगी तो कोई व्यापार शुरू कर देंगे, लेकिन उसका भाई चैनराज हमेशा नौकरी लगने के लिए मेहनत करता था और सफल नहीं होने के कारण वह डिप्रेशन में चला जाता।
भाई गया था केकड़ी…
मृतक चैनराज के भाई देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह शनिवार को दोपहर में केकड़ी गया था और रात्रि लगभग साढ़े 9-दस बजे लगभग कमरे पर पहुंचा था। जहां उसे अचेत देकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। भाई के आने से पहले ही चैनराज दम तोड़ चुका था। संभवतया खुद को अकेला पाकर चैनराज ने यह कदम उठा लिया।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)