सालों बाद भी अनसुलझी है Divya Bharti के मौत की कहानी, लोगों के सपनों में आती हैं एक्ट्रेस
दिव्या भारती(Divya Bharti) 90 के दशक की वो अदाकारा हैं जो सिर्फ अपने हाव भाव से ही नहीं बल्कि, आंखों से भी अदाकारी जानती थीं। दिव्या ने बेहद कम समय में हिन्दी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी। महज 3 साल के फिल्मी करियर में दिव्या एक सुपरस्टार के के तौर पर जाने जानी लगी थीं। केवल 3 साल में उन्होंने तकरीबन 20 फइल्मों में काम किया था। अगर आज दिव्या हमारे बीच होती तो वो टॉप स्टार्स में से एक होतीं। आज उनकी डेथ एनिवर्सरी पर उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्सों को जानते हैं।
14 साल की उम्र में रखा था फिल्मी दुनिया में कदम
दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी 1947 में हुआ था। कहते हैं कि दिव्या को पढ़ाई में कोई रुचि नहीं थी इसलिए उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। दिव्या ने अपनी पढ़ाई सिर्फ 9वीं क्लास तक की है। एक्ट्रेस केवल 14 साल की थी जब उन्होंने अपनी पहली फिल्म की थी। दिव्या ने तेलुगु फिल्म से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद साल 1992 में उन्होंने अपनी पहली हिन्दी फिल्म ‘विश्वात्मा’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में दिव्या का काम लोगों को इस कदर भाया कि, उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई थी।
लोगों के सपनों में आती थी दिव्या(Divya Bharti)
दिव्या की मौत के बाद उनकी मां सदमे में चली गई थीं। उनको अपनी बेटी के मौत से उबरने में दिव्या की मां को तकरीबन 8-9 साल लग गए थे। वो कहती थी कि, दिव्या उनके सपनों में आकर उनसे बातें किया करती थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, दिव्या अपनी के उलावा कई लोगों के सपनों में आई हैं।
वर्धा के सपनों में भी आई हैं दिव्या
साजिद नाडियाडवाला की दूसरी पत्नी वर्धा बताती हैं कि, दिव्या शादी के करीब 6 साल बाद तक भी उनके सपनों में आती थीं। हालांकि, खबरें ऐसी भी रही हैं कि साजिद ने भले दूसरी शादी कर ली हो, लेकिन वो आज भी अपने पर्स में दिव्या भारती(Divya Bharti) का फोटो रखते हैं। इतना ही नहीं बताया जाता है कि साजिद और वर्धा का बेटा दिव्या भारती को बड़ी मां मानते हैं।
कैसे हुई थी दिव्या कि मौत
ऐसा कहा जाता है कि, जिस वक्त दिव्या की मौत हुई उस समय वो नशे में थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार दिव्या(Divya Bharti) अपनी बालकनी से उठने की कोशिश कर रही थीं। जिस वक्त उनका बैलेस बिगड़ा और वो 5वीं मंजिल से सीधा नीचे गिर गई। हालांकि, हादसे के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन चोट इतनी गहरी थी कि उनको डॉक्टर बचा नहीं पाए। कहते हैं कि हादसे वाले दिन दिव्या के घर पर फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला और उनके पति भी मौजूद थे। उन सभी ने मिलकर शराब पी थी, कुछ लोगों का कहना है कि दिव्या की मौत एक हादसा नहीं बल्कि हत्या थी। लेकिन सच तो यही है कि किसी को नहीं पता कि दिव्या की मौत आखिर कैसे हुई।