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9 अरब प्रकाश वर्ष दर से मिला सिग्नल! 8.8 अरब साल पहले भी थी आकाशगंगा

शोधकर्ताओं ने पृथ्वी से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर एक आकाशगंगा से रेडियो सिग्नल की खोज की है, जहां तारे बनते हैं।
09:14 AM Jan 24, 2023 IST | Anil Prajapat

वॉशिंगटन। शोधकर्ताओं ने पृथ्वी से 9 अरब प्रकाश वर्ष दूर एक आकाशगंगा से रेडियो सिग्नल की खोज की है, जहां तारे बनते हैं। इस गैलेक्सी का नाम ‘SDSSJ0826 5630’ है, जिसने एक विशिष्ट वेवलेंथ वाला संकेत भेजा है, जिसे ‘21 सेमी लाइन’ कहा जाता है। इसे हाइड्रोजन लाइन के रूप में भी जाना जाता है। इस सिग्नल का मतलब है कि खगोलविद शुरुआती ब्रह्मांड के रहस्यों को देखने में सक्षम होंगे। यह आकाशगंगा तब भी मौजूद थी जब ब्रह्मांड सिर्फ 4.9 अरब साल पुराना था। ब्रह्मांड विज्ञानी अर्नब चक्रवर्ती ने बताया कि यह समय में 8.8 अरब साल पीछे देखने के बराबर है।

मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप से हुई खोज

ब्रह्मांड विज्ञानी और खोज पर एक अध्ययन के को-ऑथर अर्नब चक्रवर्ती ने कहा कि एक आकाशगंगा से कई तरह के रेडियो सिग्नल बाहर निकलते हैं। अब तक इस खास तरह के संके त को सिर्फ पास की आकाशगंगा से कैप्चर करना संभव था जो हमारी जानकारी को पृथ्वी के करीब मौजूद आकाशगंगाओं तक सीमित कर देते थे। भारत और मॉन्ट्रियल में, शोधकर्ता एक विशालकाय मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप की मदद से इन सिग्नल को पकड़ने में कामयाब हुए।

क्या होती है ग्रेविटेशनल लेंसिंग!

रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी जर्नल में इस खोज की घोषणा की गई है। ग्रेविटेशनल लेंसिंग के रूप में जानी जाने वाली स्वाभाविक घटना के कारण रिकॉर्ड-ब्रेकिंग दूरी पर इस सिग्नल को देखा जा सका। को-ऑथर निरुपम रॉय ने कहा कि गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग हमें शुरुआती ब्रह्मांड में झांकने के लिए बेहद दूर स्थित स्रोत से आने वाले सिग्नल को बड़ा करता है।

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