21 फरवरी को बंद रहेंगे खाटूधाम के पट, मंदिर कमेटी ने बताई ये वजह
सीकर। इस साल खाटू श्याम का लक्खी मेला 22 फरवरी से लगेगा। मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन जोरशोर से तैयारियों में जुटा हुआ है। वहीं, मेला शुरू होने से एक दिन पहले यानी 21 फरवरी को श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन नहीं कर पाएंगे। क्योंकि तिलक श्रृंगार के चलते बाबा श्याम के पट बंद रहेंगे। इसके लिए श्री श्याम मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं के हित में आम सूचना की जारी की है।
श्री श्याम मंदिर कमेटी ने बताया कि परंपरा के अनुसार शुक्ल पक्ष में श्याम बाबा का तिलक किया जाता है। इस दिन मंदिर के पट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद रहते हैं और नायकाल तिलक होने के बाद मंदिर के पट खोले जाते हैं। इस बार श्याम बाबा का तिलक 21 फरवरी को किया जाएगा। जिसके चलते खाटू धाम के पट 20 फरवरी को रात्रि 12 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेंगे। इस दौरान श्रद्धालु श्याम बाबा का दर्शन नहीं कर पाएंगे। श्याम बाबा का तिलक होने के उपरांत शाम 5 बजे बाद खाटू धाम के पट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
22 फरवरी से शुरू होगा खाटू श्याम का लक्खी मेला
बता दें कि बाबा खाटू श्याम का लक्खी मेला 22 फरवरी से शुरू होगा, जो 4 मार्च तक चलेगा। इस दौरान रोजाना लाखों श्रद्धालु बाबा खाटू श्याम के दर्शन करेंगे। ऐसे में मेले के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। जिला प्रशासन और श्री श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारी लगातार मेले की तैयारियों में जुटे हुए है।
मेले में आने वाले श्रद्धालु इन बातों का रखें विशेष ध्यान
-श्रद्धालु हर वर्ष बाबा के निशान यानी झंडे को श्याम बाबा के मंदिर तक ले जाते थे, लेकिन इस बार ऐसा नही होगा। श्रद्धालुओं से झंडे को लखदातार मैदान के पास ही ले लिए जांएगे। इसके लिए श्री श्याम मंदिर कमेटी ने निर्देश जारी किए है।
-इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के चौक के बाहर पूछताछ केंद्र बनाए गए हैं। यहां पर श्रद्धालु जानकारी ले सकेंगे।
-इस बार मेले के दौरान बाबा श्याम दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालुओं को पानी पीने के लिए लाइन से नहीं हटना पड़ेगा। मंदिर कमेटी की ओर से लाइन में लगे श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी।
-मेले के दौरान भंडारा, भजन संध्या, जागरण आदि कराने से पहले लोगों को प्रशासन की परमिशन लेनी होगी। इसके लिए मजिस्ट्रेट ने दिशा-निर्देश जारी किए है।
-श्याम मंदिर कमेटी ऑफिस के पास 75 फीट का ग्राउंड है। इस ग्राउंड में पहले 4 बैरिकेट्स में भक्त खड़े होकर मंदिर की तरफ आगे बढ़ते थे। लेकिन, अब 14 कतारों से गुजरने के बाद श्रद्धालु बाबा के दरबार में पहुंचेंगे। मंदिर के अंदर भी श्रद्धालुओं को 16 कतारों से गुजरना पड़ेगा।
-श्रद्धालुओं का दबाब कम करने व गर्भग्रह के पास भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए 8 निकासी द्वार बनाए जाएंगे।