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प्रदेश में सैलानियों के बीच बढ़ रहा सन टूरिज्म का आकर्षण, हॉर्स सफारी भी पावणों को लुभा रही

मैदानी इलाके से पहाड़ों में सूरज और अस्त होते सूर्य को देखना ही सन टूरिज्म कहलाता है।
08:32 AM Jul 19, 2023 IST | Anil Prajapat
mount abu tourism sun

माउंट आबू। साल 2013 में आई रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ का वो सीन याद कीजिए, जिसमें दीपिका पादुकोण चित्तौड़गढ़ किले से सन सैट देख रही हैं और रणबीर कपूर कहते हैं कि चलो जल्दी यहां से... तो दीपिका कहती है ‘अगर मैं चली गई तो यह सॉलिड सनसैट मिस हो जाएगा।’ प्रदेश के सन टूरिज्म को लेकर सैलानियों में भी कुछ इसी तरह की दीवानगी देखने को मिल रही है। इन दिनों देश में सन टूरिज्म लोकप्रिय हो रहा है। मैदानी इलाके से पहाड़ों में सूरज और अस्त होते सूर्य को देखना ही सन टूरिज्म कहलाता है। राजस्थान की अगर बात करें तो यहां माउंट आबू में सनसैट पाइंट है। पर्यटक वहां विशेष तौर पर उसे ही देखने आते हैं।

पर्यटन विभाग के उप निदेशक दलीप सिंह राठौड़ के अनुसार इन दिनों देश में देसी-विदेशी पर्यटकों का रुझान सन टूरिज्म की ओर बढ़ रहा है। राजस्थान में सन टूरिज्म का स्थापित केंद्र तो माउंट आबू है, लेकिन राजस्थान में पहाड़ियों पर बने गढ़ और किले भी सन टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान इन दिनों वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी ख्याति पा रहा है। ऐसे में सन टूरिज्म प्री- वेडिंग शूट का भी हिस्सा बन चुका है।

प्रदेश के हर जिले में एक सन सैट पाइंट जरूर है। विशेष रूप से माउंट आबू के अलावा जयपुर में नाहरगढ़, उदयपुर, कुम्भल गढ़, सवाईमाधोपुर, जैसलमेर और बाड़मेर सन टूरिज्म का हिस्सा हैं। जैसलमेर के सुनहरी धोरों से सूर्यास्त और सूर्योदय के नजारे देखना सैलानियों को अलौकिक अनुभव देता है। विभाग इन दिनों नए-नए पर्यटन क्षेत्रों को चिह्नित कर उनके विकास में जुटा है।

ये है सन ट्यूरिज्म के केंद्र

पर्यटन विशेषज्ञ और टूरिस्ट गाइड महेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि राजस्थान की खासियत यही है कि यहां पर शानदार किले और हवेलियां हैं जो कि हेरिटेज टूरिज्म के साथ सन टूरिज्म को भी प्रमोट करते हैं। इसका कारण यह है कि प्राचीन काल में शाही परिवार या राजा यहां तक कि प्रजा व सभी लोग सुबह सूर्य की उपासना करते थे और यही कारण है कि हर किले में एक खास स्थान ऐसा है जहां से सूर्य को उगते हुए और डूबते देखा जा सकता है। विख्यात आमेर महल के पूर्वी दिशा की दीवार पर सूर्य दर्शन के लिए विशेष स्थान अंकित है।

हॉर्स सफारी भी पावणों को लुभा रही

पर्यटन विशेषज्ञ व टूअर प्लानर देवी पाल सिंह भी सन टूरिज्म को लेकर उत्साहित हैं। उनका कहना है कि सन टूरिज्म का क्रेज हिल स्टेशन तक ही सीमित नहीं है। उनके अनुसार टूरिज्म प्लान में हॉर्स सफारी एक विशेष आकर्षण का कें द्र रहती है। इसके तहत सैलानियों को भोर में ही हॉर्स सफारी के लिए तैयार किया जाता है और रेतीले धोरों के बीच घोड़ों पर बैठकर सूर्योदय को देखना सैलानियों को रोमांचित कर देता है।

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